नई दिल्ली: केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने जापान के वित्त मंत्री श्री तारो असो के साथ द्विपक्षीय विचार-विमर्श में मेक इन इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत किए गए उपायों को उज़ागर किया और जापानी कंपनियों से आग्रह किया कि वे भारत में मेट्रो रेल परियोजनाओं के लिए डिब्बों के विनिर्माण की सुविधाएं कायम करें। दोनों मंत्रियों ने भारत और जापान के बीच बढ़ती समाभिरूपता को महसूस किया और भारत-जापान द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग का और विस्तार करने के लिए काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
बाद में श्री जेटली ने एशियाई विकास बैंक के अध्यक्ष श्री ताकेहिको नाकाओ के साथ भी एक बैठक की, जिसमें भारत और एशियाई विकास बैंक के बीच आपसी संबंधों पर चर्चा हुई। इस बात पर संतोष व्यक्त करते हुए कि भारत एशियाई विकास बैंक का सबसे बड़ा ग्राहक है, श्री जेटली ने एडीबी अध्यक्ष से अपील की कि चूंकि यह बैंक विकासशील सदस्यों को सेवाएं प्रदान करता है, अत: वे सुनिश्चित करें कि एडीबी के प्रचालन और संसाधन आयोजना में विकासशील देशों के नज़रिये को प्राथमिकता दी जाये।
श्री जेटली जापान की तीन दिन की सरकारी यात्रा पर हैं। वे वहां अन्य बातों के अलावा एशियाई विकास बैंक के गवर्नरों की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेगें। वित्त मंत्री के साथ आर्थिक कार्य विभाग के सचिव श्री शक्ति कांत और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी गए हैं।