नई दिल्ली: यूआईडीएआई के सीईओ अजय भूषण पांडे खुद सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए। आधार योजना की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही संविधान पीठ को उन्होंने आधार के तकनीकी पहलू समझाए।
सुनवाई के दौरान UIDAI के सीईओ अजय भूषण ने सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के सामने एक पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन भी दिया। उन्होंने अपने 80 मिनट के इस प्रजेंटेशन में कोर्ट को बताया कि आधार में दर्ज डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है।
भूषण ने कोर्ट को बताया कि आधार का सारा बॉयोमैट्रिक डाटा 2048 bit एनक्रिप्शन से सुरक्षित है। लिहाजा इस डाटा को चुरा पाना किसी के लिए असंभव जैसा है। उन्होंने कहा कि एनक्रिप्शन की को तोड़ने के लिए ब्रह्माण्ड की उम्र लग जाएगी। भूषण ने आधार कार्ड की लागत को लेकर भी कोर्ट को जानकार दी। उन्होंने बताया कि एक आधार कार्ड का खर्च एक डॉलर से भी कम है।हालांकि बायोमैट्रिक सॉफ्टवेयर हम बाहर से मंगाते हैं लेकिन डेटा कंट्रोल हमारे पास होता है। उन्होंने कोर्ट को बताया कि आधार का सर्वर इंटरनेट से नहीं जुड़ा होता है।
उन्होंने कहा कि कहा कि आधार हर नागरिक का बनता है। उसके पास पहले से कोई आईडी न हो तो ग्राम पंचायत या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की पुष्टि पर आधार कार्ड बना दिया जाता है। यहां तक कि बेघर लोगों को भी आधार कार्ड दिया जाता है। अगर कोई नेत्रहीन या कुष्ठ रोगी हो, जिसका बायोमेट्रिक लेना संभव न हो, तब भी फोटो और गांव/परिवार जैसी जानकारी के आधार पर उसे विशिष्ट पहचान दी जाती है। (UPUK Live)