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इतिहास के पन्नों को खंगालती है ‘राग देश’

तिग्मांशु धूलिया ने कहा फिल्म 'रागदेश' किसी रूप में कांग्रेस विरोधी नहीं
मनोरंजन

तिग्मांशु धुलिया के डायरेक्शन में बनी फिल्म ‘राग देश’ 28 जुलाई को रिलीज हो गई. साहब बीवी गुलाम और पान सिंह तौमर के बाद एक बार फिर उन्होंने इतिहास के पन्नों में गुम हो चुकी कहानी को लोगों के सामने लाया है.

कहानी- फिल्म की कहानी आजाद हिन्द फ़ौज से जुड़ी है. फिल्म में भारतीय सेना के तीन फौजियों शहनवाज (कुणाल कपूर), गुरबक्श सिंह ढिल्लन (अमित साध) और कर्नल प्रेम सहगल (मोहित मारवाह) के ऊपर देशद्रोह का आरोप लगाकर उनपर केस चलाया जाता है. इन तीनों का केस एक बीमार वकील भूलाभाई देसाई लड़ता है.

तीनों पर आरोप लगाया जाता है कि इन्होंने सेना के खिलाफ षड्यंत्र रचा है और अपने कुछ साथियों की हत्या की है. इस बीच कोर्ट में इनके खिलाफ तथ्यों को तोड़ा, मोड़ा और जोड़ा जाता है. जो कई गहरे राज पर से पर्दा उठाता है. जिसे देखना काफी दिलचस्प है. लेकिन क्या देशद्रोह के आरोप में इन्हें फांसी होगी? ब्रिटिश सरकार इनके खिलाफ क्या फैसला लेगी? इन सब सवालों को जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी होगी.

डायरेक्शन- तिग्मांशु धुलिया ने आजादी से पहले हुए वाकयों को फिल्म में दिखाने की पूरी कोशिश की है. कैमरा वर्क और सिनेमेटोग्राफी काफी बढ़िया है. फिल्म में काफी ज्यादा फैक्ट डाले गए हैं जो कही ना कहीं इसे उबाऊ बनाते हैं. खासकर इंटरवल के बाद फिल्म ज्यादा बोरिंग लगने लगती है. जो दर्शकों को बांधने में नाकाम दिखती है.

एक्टिंग- फिल्म में कोई बहुत बड़ा कलाकार नहीं है. वैसे मोहित मारवाह, अमित साध और कुणाल कपूर ने अपना काम बखूबी निभाया है. केनेथ देसाई, वकील की भूमिका में काफी फिट दिखे.

म्यूजिक- ‘कदम कदम बढ़ाए जा’ आपको काफी पसंद आएगा.

देखें या नहीं- अगर आपको भारतीय इतिहास से प्रेम है और देश भक्ति का जस्बा रखते हैं तो ये फिल्म आपको जरुर पसंद आएगी.

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