नैनीताल: उत्तराखंड हाईकोर्ट को तीन नए न्यायाधीश मिल गए। इसके साथ ही जजों की संख्या दस हो गई। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस केएम जोसफ ने नव नियुक्त जज लोकपाल सिंह, मनोज तिवारी, एडिशनल जज शरद शर्मा को शपथ दिलाई। नैनीताल हाई कोर्ट में जजों के कुल पद 11 हैं। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय ने तीन नए जजों की नियुक्ति के संबंध राजाज्ञा जारी कर दी थी।
हाई कोर्ट में आज हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम में रजिस्ट्रार जनरल नरेंद्र दत्त ने राष्ट्रपति का संविधान के अनुच्छेद 217 खंड एक तहत जज नियुक्ति का आधिकारिक पत्र, केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय की अधिसूचना व राज्यपाल केके पॉल की ओर से शपथ के लिए चीफ जस्टिस को अधिकृत करने संबंधी आदेश पढ़ा। समारोह करीब 15 मिनट चला। समारोह के बाद न्यायाधीशों व अधिवक्ताओं ने नव नियुक्त जजों को बधाई दी। यहां बता दें पिछले दो साल से सीनियर अधिवक्ता मनोज तिवारी व लोकपाल सिंह तथा अधिवक्ता शरद शर्मा को न्यायाधीश पद पर नियुक्ति का प्रस्ताव विधि एवं न्याय विभाग को भेजा गया था। राष्ट्रपति शासन के दौरान राज्यपाल ने इसमें दिलचस्पी दिखाई और प्रस्ताव केंद को भेजे। गुरुवार को अधिवक्ता लोकपाल व अधिवक्ता मनोज तिवारी को न्यायाधीश व अधिवक्ता शरद को एडिशनल जज नियुक्ति की राजाज्ञा जारी हो गई। तीनों अधिवक्ता संवैधानिक, सिविल व सर्विस मामलों के विशेषज्ञ हैं।
तिवारी अधिवक्ता से जज बनने वाले कुमाऊं के पहले व्यक्ति हैं। तिवारी के पिता नंदबल्लभ तिवारी एनडी तिवारी की सरकार के दौरान अपर महाधिवक्ता थे। वहीं रुड़की के मोहनपुरा मोहम्मदपुर निवासी लोकपाल के पिता स्व हरपाल किसान थे। अधिवक्ता शरद शर्मा के पिता हर्षनारायन शर्मा इलाहाबाद हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं। शर्मा सिविल लाइन इलाहाबाद निवासी है और उत्तराखंड बनने के बाद वकालत के लिए नैनीताल आ गए। तीनों अधिवक्ताओं के न्यायाधीश बनने से अधिवक्ताओं में उत्साह है।
इस मौके पर हाईकोर्ट के न्यायाधीश राजीव शर्मा, जस्टिस सुधांशु धुलिया, जस्टिस आलोक सिंह, जस्टिस एसके गुप्ता, जस्टिस यूसी ध्यानी, जिला जज कुमकुम रानी, पूर्व जस्टिस बीसी कांडपाल, बीएस वर्मा, जेसीएस रावत, महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर, पूर्व महाधिवक्ता वीबीएस नेगी, अवतार रावत, राकेश थपलियाल, देवेंद्र पत्नी, समेत कई न्यायिक अधिकारी अनुज संगल, प्रशांत जोशी, प्रशासनिक अधिकारी, अधिवक्ता समेत कमिश्नर डी सैंथिल पांडियन, डीआईजी अजय रौतेला अनेक गणमान्य लोग व न्यायाधीशों के परिजन मौजूद थे।