देहरादून: इण्डो-नेपाल ट्रेड फेयर एण्ड टूरिज्म फेस्टेवल के अर्तगत नेपाल के कंचनपुर चैम्बर आॅफ कामर्स एण्ड इंड्रस्ट्री और उत्तराखण्ड उद्योग संघ के बीच व्यापार के आदान-प्रदान को लेकर होटल पैसिफिक में सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गये। बैठक में नेपाल की ओर से अतिथि वाणिज्य और व्यापार मंत्रालय नेपाल सरकार के उपसचिव श्री शिवराज त्रिपाठी, केसीसीआई के अध्यक्ष सुरेश रावल तथा उत्तराखण्ड उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री पंकज गुप्ता उत्तराखण्ड व्यापार के महासचिव अनिल गोयल उपस्थित थे।
कार्यक्रम में कंचनपुर चैम्बर आॅफ कामर्स एण्ड इंड्रस्ट्री के अध्यक्ष सुरेश रावल ने नेपाल व अपनी संस्था की ओर से सभी लोगों का स्वागत किया और बताया कि पौराणिक काल से ही हमारे संबंध रहे हैं जहां भारत और नेपाल की भौगोलिक स्थिति एक जैसी है।उन्होंने कहा कि नेपाल समृद्वि की ओर अग्रसर है अतः उत्तराखण्ड के उद्योग संघ से अनुरोध है कि वे नेपाल में आकर व्यापार को बढ़ाये। नेपाल के उद्यमियों की ओर भी ध्यान दें ताकि वे भारत से कुछ सीख सकें। उन्होंने बताया कि नेपाल में 200 प्रकार की जड़ी-बुटियां पाई जाती हैं जो विश्व में कहीं भी नहीं पाई जाती है। सुरेश रावल ने बताया कि नेपाल जल श्रोत में दूसरे नम्बर पर आता है अतः यहां अच्छे हाइड्रो पावर खोले जा सकते हैं। पश्चिमी नेपाल में 3500 मेगावाॅट हाइड्रो पावल प्रोजैक्ट शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि नेपाल में शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा हो सकता है।
वाणिज्य और व्यापार मंत्रालय नेपाल सरकार के उपसचिव श्री शिवराज त्रिपाठी ने कहा कि उत्तराखण्ड व नेपाल के संस्कृति लगभग एक जैसी है। इसलिए उत्तराखण्ड में भी काफी नेपाली लोग रहते हैं। हमें व्यापार को बढ़ाने के लिए आपस में सहयोग करना होगा। उन्हांेने कहा कि नेपाल में मांउट एवरेस्ट, पशुपतिनाथ, लुम्बनि, जनकपुरी जैसे रमणीक स्थल हैं आप लोग वहां आयें और दोनों देशों के व्यापार को बढ़ायें। यह हमारे बीच व्यापार की शुरूआत है और हमें इसे आगे लेके जाना है। उन्होंने कहा कि नेपाल सरकार और उत्तराखण्ड सरकार दोनों को साथ मिलकर काम करने की जरूरत है और दोनों देशों के व्यापार को प्रमोट करने की जरूरत है।
उत्तराखण्ड उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री पंकज गुप्ता ने कहा कि उत्तराखण्ड के उद्यमी नेपाल में किस तरह से व्यापर कर सकते हैं वह उसके बारे में बात करें। वहां कोई फैक्ट्री खोलनी है तो बातें, हर्बल का अच्छा व्यापार हो सकता है उसके लिए हम सहयोग कर सकते हैं। यदि नेपाल के उद्यमी भी हमारे देश में आते हैं तो हम उनका सहयोग करेंगे।
उत्तराखण्ड व्यापार के महासचिव अनिल गोयल ने कहा कि पिछले बार भी नेपाल से काफी उत्पाद यहां आये थे। जो काफी अच्छे थे जो उत्पाद नेपाल बनता है उसका यहां व्यापार हो सकता है। उन्हांेने कहा कि जब हम नेपाल जाते हैं तो वहां के लोग ऐसा स्वागत करते हैं कि हमें लगता ही नहीं कि हम भारत में नहीं हैं। हम एक-दूसरे के पूरक हैं हम सभी लोगों को बधाई देते हैं कि वे यहां आये और व्यापार को आदान-प्रदान करें।
बैठक के दौरान मंच संचालक केसीसीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जंग बहादुर, कार्यकारी अधिकृत प्रेम सिंह भाट, स्थानीय कोर्डिनेटर सुर्य बिक्रम शाही अध्यक्ष गोर्खा इन्टरनेशनल सोसियो कल्चरल फाउन्डेशन, विशाल थापा सचिव हैल्प क्राॅस, उद्यमी महेश्वरी, राजीव अग्रवाल, दीपक सिंघल, अनिल मित्तल, निर्मला भट्ट सहित कई नेपाल व उत्तराखण्ड के उद्यमी उपस्थित थे।
इण्डो-नेपाल ट्रेड फेयर एण्ड टूरिज्म फेस्टेवल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हंशा ग्रुप द्वारा गढ़वाली, कुमाऊँनी, नेपाल, हिन्दी व जौनसारी गीतों पर सुन्दर प्रस्तुतियां दी गई। मेले में मौजूद सभी लोगों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुफ्त उठाया। यह मेला दो फरवरी से 12 फरवरी तक चलेगा। मेले में लोगों का अच्छा रूझान देखने को मिल रहा है।