देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड तकनीकि विश्वविद्यालय के नवीन परिसर का लोकार्पण किया। उन्होंने विश्वविद्यालय में शौर्य दीवार का अनावरण एवं यूनिवर्सिटी एकेडिमिया इंडस्ट्री फोरम का भी शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने उत्तराखण्ड तकनीकि विश्वविद्यालय का नाम वीर माधो सिंह भण्डारी के नाम पर रखने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा तकनीकि विश्वविद्यालय के छात्रों का औद्योगिक संस्थानों के साथ संवाद स्थापित कराना जरूरी है। उद्योगों की डिमाण्ड को समझना जरूरी है। आधुनिक तकनीक जिस तेजी से बदल रही है, उस दिशा में प्रयास करने की जरूरत है। परिवर्तन के दौर में तकनीक के विकास के साथ आगे बढ़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कौशल विकास पर अधिक बल दिया है। कौशल विकास को बढ़ावा देने एवं स्वरोजगार के लिए लोगों को प्रेरित करना जरूरी है। उन्होंने विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को कौशल विकास के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 तक प्रदेश में एक लाख युवाओं को स्किल्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिये राज्य में कौशल विकास मंत्रालय का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि आस-पास के गांवों और स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राएं लोगों को कौशल विकास के लिए कुछ समय दे सकते हैं। इससे लोगों को लाभ मिलेगा और छात्र-छात्राओं को समाज में घुलने-मिलने का समय भी मिलेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री धन सिंह रावत, विधायक श्री सहदेव सिंह पुण्डीर, उत्तराखण्ड तकनीकि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.यू.एस रावत, कुलसचिव डाॅ. अनीता रावत, मुख्यमंत्री के तकनीकि सलाहकार डाॅ. नरेन्द्र सिंह, डाॅ. नरेश शर्मा, डाॅ. अशोक कुमार विन्डलास, प्रो. आर. तिवारी आदि उपस्थित थे।