देहरादून: समूहो को संगठन में बदलने की जरूरत है। हमें एक भीड़ के रुप में नहीं बल्कि संगठन के रुप में कार्य करना होगा। बिना मातृशक्ति के राज्य का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। राज्य सरकार महिला स्वयं सहायता समूहो को मजबूत करने हेतु हर संभव सहायता देगी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित संदेश क्लस्टर लेवल फेडरेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में आए महिला स्वयं सहायता समूहो को संबोधित करते हुए कहा कि परिवार के मजबूत ढांचे के लिए महिला तथा पुरुष दोनों का समान रुप से सशक्त होना आवश्यक है। राज्य के विकास में भी मातृशक्ति की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य में पलायन रोकने, स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने, शिक्षा तथा स्वास्थ्य की सुविधाए बढ़ाने हेतु बहुत गंभीरता से कार्य कर रही है। शीघ्र ही सरकार द्वारा ठोस निर्णय लिए जायेंगे, जिन के अच्छे परिणाम लंबे समय तक प्रभावी रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में राज्य में कई स्थानों पर आपदा की घटनाएं हुई है। ऐसे में हम सभी को धैर्य बनाए रखने की जरूरत है। राज्य सरकार तथा प्रशासन पूरी तरह सतर्क तथा सक्रिय है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने स्वच्छ भारत अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि स्वच्छता मात्र शारीरिक या भौतिक नहीं होनी चाहिए बल्कि नकारात्मक सोच से सकारात्मक विचारों की ओर जाना भी स्वच्छता है। मुख्यमंत्री ने स्वच्छ जल के उपयोग की विशेष अपील करते हुए कहा कि आज पेट संबंधी 60 प्रतिशत से अधिक बीमारियां गंदे पानी के कारण होती है। अतः हमें प्रयास करना है कि सदैव पीने के लिए स्वच्छ जल का ही उपयोग करें।
राज्य के आर्थिक विकास तथा स्वरोजगार के अवसर सृजित करने में महिला स्वयं सहायता समूहों की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि हमें परिकाष्ठता की सीमा तक परिश्रम करना होगा। जब तक हमें हमारा लक्ष्य प्राप्त न हो हमें निरंतर मेहनत करनी होगी। समूह तथा संगठनों को मजबूत करने के लिए हमें निस्वार्थ भाव से प्रयास करने होंगे।