नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू ने हैदराबाद में क्षेत्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान की आधारशिला रखी। यह संस्थान तेलंगाना में महिलाओं के लिए कौशल विकास के अवसर प्रदान करेगा। पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस एवं कौशल विकास व उद्यम मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान भी इस अवसर पर मौजूद थे। तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री श्री मोहम्मद महमूद अली। तेलंगाना के गृह, श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री नैनी नरसिम्हा रेड्डी, पूर्व केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री एवं सांसद श्री बंडारू दत्तात्रेय भी उपस्थित थे।
संस्थान की आधारशिला रखते हुए श्री वेंकैया नायडू ने कहा कि हैदराबाद में क्षेत्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों सहित सभी सरकारी निकायों का कर्तव्य है कि वे समाज में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए हर संभव कार्य करें। उन्होंने कहा कि मैं कौशल विकास एवं उद्यमियता मंत्रालय को इस महान कार्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि कौशल विकास की जगह हम न केवल अपने देश व इसके उद्योगों को सुदृढ़ बनाएंगे बल्कि विश्व में आर्थिक सशक्तिकरण में भी योगदान देंगे। आज विश्वभर में कुशल जनबल की भारी मांग है। हम अपना जनसांख्यिकी लाभांश प्राप्त कर सकते हैं और मांग और पूर्ति के बीच की दूरी को समाप्त कर सकते हैं। श्री नायडू ने यह भी कहा कि आज देश में कुशल प्रशिक्षितों और अध्यापकों की भारी कमी है। आज देश में प्रशिक्षितों के प्रशिक्षण के लिए और द्वार खुले हैं। केन्द्रीय पेट्रोलियम गैस एवं कौशल विकास व उद्यमियता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि महिलाओं का कौशल प्रशिक्षण एवं सशक्तिकरण भारत सरकार की प्राथमिकताओं में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। जनबल में महिलाओं की भागीदारी से निश्चय ही हमारे देश के आर्थिक विकास को गति मिलेगी। इसके लिए हमें प्रत्येक राज्य में क्षेत्रीय व्यवसायिक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने का लक्ष्य रखना होगा। उन्होंने बताया एमएसडीई इस समय देशभर में ऐसे 17 संस्थान चला रहा है।
श्री प्रधान ने कहा कि विशेष रूप से महिलाओं के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण 11 केंद्रीय सरकार के संस्थानों और राज्यों के 1408 महिला आईटीआई एवं सामान्य आईटीआई की महिला इकाईयों के जरिए प्रदान किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त अधिकतर राज्यों में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत सीटें आरक्षित की गई हैं। उन्होंने कहा कि देश में सभी राज्यों, विभागों एवं कौशल विकास से जुड़ें अन्य संस्थानों द्वारा इस दिशा में किए जा रहे योगदान को देखकर उन्हें हर्ष हो रहा है। उन्होंने कहा कि हैदराबाद के लोग विश्वभर की आवश्यकताओं को पूरा करने में अपना योगदान दे रहे हैं। हैदराबाद में क्षेत्रीय व्यवसायिक प्रशिक्षण संस्थान से इस शहर के विद्यार्थियों को आधुनिक युग की आवश्यकताओं के अनुरूप नया कौशल प्रशिक्षण प्राप्त होगा। इससे वे सम्मान के साथ बेहतर जीवन यापन के लिए आर्थिक रूप से सुदृढ़ होंगे। श्री प्रधान ने यह भी कहा कि श्री बंडारू दत्तात्रेय दिशा-निर्देशों के जरिए हम रिकॉर्ड समय में यह सुविधा मुहैया कराने में सफल हुए हैं। उन्होंने हैदराबाद में क्षेत्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना में श्री दत्तात्रेय के योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
हैदराबाद में क्षेत्रीय व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान के निर्माण के लिए सक्षम प्राधिकरण ने 19,95,90,000/- रुपए की धनराशि का अनुमोदन किया है। यह संस्थान एटीआई-विद्या नगर परिसर के चार एकड़ क्षेत्र में फैला होगा। नए स्थाई भवन की स्थापना के बाद यहां प्रतिवर्ष लगभग एक हजार प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। यहां पर प्रतिवर्ष 480 महिलाएं शिल्पी प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं शिल्प प्रशिक्षक प्रशिक्षण योजना के सामान्य पाठ्यक्रमों में व्यवसायिक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त 480 महिलाएं बाजार की मांग के अनुरूप अल्पावधि प्रशिक्षण कोर्स कर सकेंगी। इस संस्थान में फैशन डिजाइन एवं तकनोलॉजी, आर्किटेक्चुअरल असिस्टेंट, कॉस्मोटोलॉजी, फ्रंट ऑफिस असिस्टेंट, फूड्स व बेवरेजेस सर्विस असिस्टेंट, सेक्रिटेरीअल असिस्टेंट आदि।
समारोह स्थल से उपराष्ट्रपति ने पांच प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्रों में प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों का ई-बटन दबाकर उद्घाटन किया और इन केंद्रों को देश के लोगों को समर्पित किया। हैदराबाद से आरंभ किए गए ये पांच प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्र उत्तर प्रदेश के ऐटा, उत्तर प्रदेश के फूलपुर, मध्य प्रदेश के सिंग्रोली, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और मध्य प्रदेश के धार में स्थित है। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने प्रशिक्षण प्राप्त कर विभिन्न कंपनियों में प्रतिस्थापित उम्मीदवारों को प्रमाण-पत्र एवं पूर्व अभ्यास प्रमाण-पत्र प्रदान किए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कौशल विकास एवं उद्यमियता एवं मंत्रालय राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के जरिए देश के प्रत्येक जिले में प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्र स्थापित कर रहा है।