लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा सौ दिन पर जारी किये गये रिपोर्ट पर कांग्रेस पार्टी की ओर से उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी मुख्यालय में प्रदेश कंाग्रेस के मीडिया इंचार्ज एवं पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी एवं अखिल भारतीय कंाग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय पैनलिस्ट/प्रवक्ता श्री अखिलेश प्रताप सिंह पूर्व विधायक ने संयुक्त प्रेसवार्ता को सम्बोधित कर ‘‘ उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के – ‘‘सौ दिन- सौ फरेब’’ पुस्तिका जारी की है। पुस्तिका की प्रति संलग्न है।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के सौ दिन खोखले वायदों एवं बड़बोले बयानबाजी के रहे। प्रदेश कंाग्रेस के मीडिया इंचार्ज एवं पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश सरकार को सौ दिन का जश्न मनाने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि कानून व्यवस्था लगातार ध्वस्त हेाती चली गयी। सरकार की कोई हनक न अधिकारियों पर है और न अपराधियों पर है।
सौ दिन में लगातार मुख्यमंत्री द्वारा दी गयी चेतावनी के बावजूद अगर हम समाचारपत्रों (दैनिक जागरण, अमर उजाला, हिन्दुस्तान, नवभारत टाइम्स) में प्रकाशित खबरों को ही आधार बनायें तो हर तारीख को कहीं न कहीं डकैती, कहीं पर महिला के साथ दुराचार, कहीं पर कत्ल और दूसरे जघन्य अपराधों की एक लम्बी फेहरिस्त है। इसके स्पष्ट है कि योगी सरकार कानून व्यवस्था बनाये रखने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है और भारतीय जनता पार्टी कानून व्यवस्था का नारा देकर सत्ता की कुर्सियों पर काबिज हुई है उनके लिए इससे बड़ी शर्म की बात क्या होगी।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि योगी सरकार ने 15जून तक सभी सड़कों को गुड्ढा मुक्त कराने का ऐलान किया था। प्रदेश सरकार के (स्टेट हाइवेज) और केन्द्र सरकार द्वारा (नेशनल हाईवेज) की स्थिति पर अगर इनकी सरकार द्वारा दिये गये आंकड़ों को विश्वस्त मान लें तो इस प्रदेश की ज्यादातर सड़कें गड्ढायुक्त हैं। गड्ढामुक्त का नारा सिर्फ नारा बनकर रह गया है।
बुन्देलखण्ड में किसानों द्वारा आत्महत्या का सिलसिला लगातार जारी है। किसानों की ऋणमाफी की घोषणा आज भी जमीनी स्तर पर लागू नहीं हो पायी है। किसानेां को लागत मूल्य का डेढ़ गुना दाम देने की बात केवल इनके घोषणापत्र तक सीमित रह गयी।
मंहगाई घटाने के बजाय आज टमाटर का दाम 80 रूपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। दूसरी सब्जियों के दाम भी इसी तरह बढ़े हैं। मलिहाबाद का दशहरी आम जो दुनिया के बहुत सारे देशेां को भेजा जाता है आज उसके भेजने की स्थिति नहीं रह गयी है।