नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना (एनडीएमपी) की समीक्षा पर एक कार्यशाला का समापन हुआ, जिसमें सभी हितधारकों ने उपयोगी चर्चा की और अपने सुझाव प्रदान किए। इस दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) द्वारा किया गया था।
एनडीएमपी की शुरूआत पिछले साल जून माह के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गयी थी। यह सावधिक समीक्षा प्रदान करता है। इस समीक्षा प्रक्रिया को सहभागी और समावेशी बनाने के लिए एनडीएमए ने केंद्र और राज्य सरकारों के मंत्रालयों से सुझाव मांगे थे।
विभिन्न मंत्रालयों ने योजना में सुधार के तरीकों का सुझाव देते हुए प्रस्तुति दी और यह चर्चा की कि राष्ट्रीय योजना में आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डीआरआर) पर प्रधानमंत्री के 10 सूत्रीय एजेंडा को कैसे समेकीत किया जाए।
इससे पहले, एनडीएमए के सदस्य श्री आर.के. जैन ने प्रतिभागियों को कार्यशाला के उद्देश्यों की जानकारी दी राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर एजेंडा तैयार किया गया।
गृह मंत्रालय (एमएचए), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी कार्यशाला में भाग लिया।