नई दिल्ली: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, कृषि एवं किसान के समग्र विकास के लिए सतत प्रयास कर रहा है तथा वर्ष 2022 तक किसान की आय को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा मे कार्य करते हुए मंत्रालय ने वर्ष 2016-17 हेतु अपने 44721.84 करोड़ रुपये के बजट प्रावधान की तुलना मे वर्तमान वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए 62125.02 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है जो कि पिछले वर्ष से 39% अधिक है।
मंत्रालय ने आवंटन के साथ-साथ खर्चे पर भी ज़ोर दिया है, जिसके फलस्वरूप पिछले वर्ष के प्रथम तिमाही के 10498.90 करोड़ रुपये की तुलना मे इस वर्ष प्रथम तिमाही के दौरान 16094.13 करोड़ रुपये निर्मुक्त कर दिया गया है, जो कि पिछले वर्ष से 53% अधिक है। कुछ प्रमुख स्कीमों जिनमे अच्छी प्रगति हुई है, निम्नलिखित हैं:
क्रं.सं. | स्कीम का नाम | वर्ष 2016-17 के प्रथम तिमाही के दौरान व्यय
(करोड़ में) |
वर्ष 2017-18 के प्रथम तिमाही के दौरान व्यय
(करोड़ में) |
% वृद्धि |
1 | प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना(पीएमएफ़बीवाई) | 2899.59 | 4664.88 | 60 |
2 | राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) | 644.16 | 967.89 | 50 |
3 | बागवानी मिशन (एमआईडीएच) | 449.64 | 851.29 | 90 |
4 | राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन | 222.93 | 333.57 | 50 |
5 | कृषि मशीनीकरण | 114.81 | 416.27 | 262 |
6 | राष्ट्रीय गोकुल मिशन | 0.00 | 36.00 | 3600 |
7 | राष्ट्रीय दुग्ध योजना | 100.00 | 200.00 | 100 |
8 | डेयरी विकास हेतु राष्ट्रीय कार्यक्रम | 6.95 | 89.01 | 1180 |
9 | नीली क्रांति | 16.91 | 100.64 | 495 |
उपरोक्त आंकड़ो से यह परिलक्षित होता है कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय किसानों के हित मे सार्थक प्रयास कर रही है।