लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ लोक भवन में केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री एम0 वेंकैया नायडू के साथ भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक में सम्मिलित हुए। इस मौके पर उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार द्वारा आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के अधिकारियों को हर सम्भव सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने प्रसारण में स्थानीय भाषाओं को प्राथमिकता देने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे अवधि, भोजपुरी, बुन्देलखण्डी, बृज आदि भाषाओं को बढ़ावा मिलेगा और आकाशवाणी तथा दूरदर्शन की लोकप्रियता भी बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि चैनल के उपयोग के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार आवश्यक रणनीति बनाएगी। इसी प्रकार विधान सभा की कार्रवाई के सजीव प्रसारण के लिए भी विधान सभा अध्यक्ष से चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा फिल्म विकास के लिए काफी काम किया जा रहा है, जिसके क्रम में उत्तर प्रदेश को सम्मानित भी किया गया है। उन्होंने श्री नायडू से फिल्म विकास के लिए प्रदेश में संस्थान स्थापित कराने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे राज्य में फिल्म निर्माण गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा। मुख्यमंत्री ने दूरदर्शन के और अधिक केन्द्रों की स्थापना का अनुरोध करते हुए कहा कि इससे केन्द्रीय योजनाओं के साथ-साथ राज्य की योजनाओं को बढ़ावा मिलेगा।
इस अवसर पर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रसारण में अधिक से अधिक विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि पूना फिल्म संस्थान से उत्तर प्रदेश में फिल्म संस्थान की कोई शाखा स्थापित करने या अन्य पहलुओं पर आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज में भाईचारा स्थापित करने, कुरीतियों को दूर करने एवं केन्द्रीय योजनाओं से समाज में आ रहे परिवर्तन को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से प्रसारित करने को वरीयता दी जाए। इस मौके पर अधिकारियों द्वारा कतिपय समस्याओं को संज्ञान में लाया गया, जिसको दूर करने का आश्वासन दिया गया।