श्रीलंका के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच में बल्लेबाजी क्रम में बदलाव की वजह से भारतीय टीम को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय लग रहा था कि भारतीय टीम हार जाएगी लेकिन महेंद्र सिंह धोनी और भुवनेश्वर कुमार ने 8वें विकेट के लिए 100 रनों की साझेदारी कर भारतीय टीम को 3 विकेट से जीत दिला दी। हालांकि कप्तान विराट कोहली को अपने इस फैसले पर कोई अफसोस नहीं है।
17वें ओवर में एक समय भारतीय टीम का स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 113 रन था लेकिन 22वें ओवर तक आते-आते टीम ने 131 रनों के स्कर तक 7 विकेट गंवा दिए। श्रीलंका की तरफ से अकीला धनंजय ने 6 विकेट लेकर भारतीय बल्लेबाजी क्रम को झकझोर कर रख दिया।
भारतीय टीम के विकेटों के पतझड़ की एक वजह बल्लेबाजी क्रम में बदलाव भी रहा। कप्तान कोहली खुद 5वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए। हालांकि मैच के बाद कोहली ने कहा कि उन्हे अपने फैसले पर कोई दुख नहीं है।
कोहली ने कहा कि ‘ जब 230 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए एक विकेट के नुकसान पर 110 रन आसानी से बना लेते हैं तो फिर आप हर बल्लेबाज को बल्लेबाजी के लिए मौका देना चाहते हैं। अगर मैं नंबर 3 पर बल्लेबाजी के लिए आता तब भी मैं गेंद को मिस कर सकता था क्योंकि तब भी अकीला धनंजय अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे’ । कोहली ने आगे कहा कि ये एक काफी रोमांचक मैच था। खिलाड़ी और फैंस सभी को बहुत मजा आया। 230 रनों के लक्ष्य में दो शतकीय साझेदारी थोड़ी अजीब बात है। हालांकि ऐसी चीजें हर बार इस खेल में नहीं होती हैं।
कोहली ने 54 रन देकर 6 विकेट लेने वाले श्रीलंकाई गेंदबाज अकीला धनंजय की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि ‘ हमने सोंचा कि वो एक ऑफ स्पिनर है जो कि अच्छी लेग ब्रेक गेंद भी डालता है लेकिन उसने केवल गुगली डालकर ही 4 विकेट चटका दिए। अगली बार हम उसे सावधानी से खेलेंगे। कोहली ने सही लाइन लेंथ पर गेंद डालने के लिए अकीला धनंजय की तारीफ की।