नई दिल्लीः केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विजय गोयल ने देशभर में डॉपिंग की घटनाओं का गंभीरता के साथ संज्ञान लेते हुए नेशनल एंटी डॉपिंग एजेंसी (एनएडीए), भारतीय ओलंपिक संघ, नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन और भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) को डॉपिंग के खिलाफ ‘ज़ीरो टोलरेंस पॉलिसी को अपनाने के निर्देश दिए हैं।’ मंत्री ने एनएडीए से कहा है कि वे सभी हितधारकों के साथ इस मसले पर चर्चा करने के लिए कल एक सेमिनार का आयोजन करे और इस समस्याए से निपटने के लिए कारगर रणनीति को अंतिम रूप दे।
उन्होंने एनएडीए को यह निर्देश भी दिया कि वे खिलाड़ियों को शुरुआती स्तर पर ही डॉपिंग से होने वाले नुकसान आदि के बारे में उन्हें जागरूक करें। खिलाड़ियों में जागरूकता फैलाने के लिए स्कूल एवं कॉलेजों में नियमित रूप से सेमिनार एवं जागरूकता अभियान चलाए जाएं। श्री गोयल ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि खिलाड़ियों की भोजन की खुराक का परीक्षण करने के लिए एक तंत्र स्थापित करने पर विचार कर रही है, ताकि वे इस बात से रूबरू हो पाएं कि वे जो खुराक ले रहे हैं, वो डॉपिंग की श्रेणी में नहीं आती।