पणजी: गोवा में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने विधानसभा में शक्ति परीक्षण पास कर लिया है. राज्य की 40 सदस्यीय विधानसभा में 13 सीटें हासिल करने वाली बीजेपी के समर्थन में 22 विधायकों ने मतदान किया, जबकि 16 विधायकों ने सरकार के खिलाफ वोट डाला, वहीं एक विधायक गैरहाजिर थे. इस तरह पर्रिकर ने विधानसभा में बहुमत के लिए जरूरी 21 विधायकों का आंकड़ा आसानी से पार लिया.
वहीं शक्ति परीक्षण में पास होने के बाद पर्रिकर ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, हमारे पास 23 विधायकों का समर्थन था और हमने सदन में आज यह साबित कर दिया. (कांग्रेस नेता) दिग्विजय सिंह का संख्या बल को लेकर किया दावा गलत साबित हुआ. शुरुआत से ही उनके पास संख्या नहीं थी. दिग्विजय जी को महासचिव पद से हटाने की मांग हो रही थी और उसी से ध्यान हटाने को ऐसा दावा किया गया.
पर्रिकर ने इसके साथ ही कहा कि उनकी सरकार राज्य के बेहतरी के लिए काम करेगी और रोजगार, ट्रफिक जैसी सारी समस्याओं को एक-एक कर हल करेगी. वहीं मंत्रालय के बंटवारे के सवाल पर उन्होंने कहा कि एक-दो दिन में पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी.
वहीं गोवा विधानसभा में कुछ बड़े उलटफेर की भी अटकलें लग रही थी और कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक ने इसे बेहद अहम दिन करार दिया था. नाइक ने कहा कि सदन में ध्वनि मत से शक्ति परीक्षण कराया जाता है, तो भी हम भी मत विभाजन की मांग करेंगे. वहीं जब उनसे सीएम कैंडिडेट बनने के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि वह इस बारे में बाद में बात करेंगे.
इस बीच कांग्रेस बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के भी आरोप लगा रही है. हालांकि बीजेपी को समर्थन दे रहे जीएफपी नेता विजय सरदेसाई कहते हैं, मैं बिकाऊ नहीं और गोवा के लोग यह जानते हैं. कांग्रेस साबित करे कि मैंने पैसे लिए हैं.’
इससे पहले मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को गोवा के सीएम के रूप में चौथी बार शपथ ली थी. इस दौरान नौ मंत्रियों ने भी उनके साथ शपथ ग्रहण किया था. पर्रिकर के साथ लेने वाले मंत्रियों में बीजेपी से महज दो मंत्री थे, जबकि गोवा फारवर्ड पार्टी (जीएफपी) से तीन, महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) से दो और दो निर्दलीय विधायकों को मंत्री पद दिया गया है. गोवा फॉरवर्ड पार्टी और MGP ने पर्रिकर सरकार को समर्थन का ऐलान किया है.
आईआईटी से पढाई करने वाले पर्रिकर की पार्टी के 13 विधायक हैं और उन्होंने जीएफपी, एमजीपी के अलावा दो निर्दलियों के समर्थन से कुल 21 सदस्यों के साथ रविवार को सरकार बनाने का दावा पेश किया था. एक अन्य निर्दलीय विधायक ने गठबंधन को समर्थन दिया था, जिससे यह संख्या बढकर 22 हो गई.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद फ्लोर टेस्ट
राज्यपाल ने पर्रिकर सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद पर्रिकर को आज ही बहुमत साबित करना होगा.
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