देहरादून: चन्दर नगर स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ वाई.एस थपलियाल की अध्यक्षता में जल जनित रोगों की रोकथाम तथा डेगू की रोकथाम हेतु जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ वाई.एस थपलियाल ने हैजा, पीलिया, उल्टी-दस्त आदि जल जनित रोगों तथा मच्छरों से फैलने वाले मलेरिया, चिकनगुनिया तथा डेंगू जैसी बीमारियों की रोकथाम हेतु लोगों को साफ-सफाई तथा व्यक्तिगत स्वच्छता को लेकर जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि वर्तमान समय में दुनिया में अधिकतर बीमारियां दूषित जल तथा गन्दगी के कारण होती हैं, जिसके निवारण हेतु लोगों को जागरूक करना आवश्यक है। उन्होने बाल विकास विभाग के अधिकारियों को आंगनवाड़ी केन्द्रों पर बच्चों को स्नान करने, नाखून व बाल काटने के साथ-2 खाना खाने से पूर्व अच्छी तरह से हाथ धोने के प्रति जागरूक करें। इसी तरह उन्होने शिक्षा विभाग को स्कूली बच्चों में इस बात का संदेश देने को कहा कि कूड़ा करकट को ईधर-उधर न डालकर कूड़ादान में ही डालें साथ ही जहां पानी साफ नही है वहां उसको उबालकर/ दवाई के माध्यम से शुद्ध करके ही पीयें।
इस अवसर पर एपीडेमियोलाजिस्ट डाॅ पियूष अगस्टीन ने प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि जल जनित तथा मच्छर जनित बीमारियां अधिकतर ग्रीष्म व वर्षा काल में होती हैं जिसका कारण खुले में मानव मल, बाॅयोलाजिकल व कैमिकल दूषित जल तथा ऐसे ग्रामीण क्षेत्रों में जहां स्वच्छता को लेकर पर्याप्त जागरूकता नही है तथा ऐसे क्षेत्र जहां काम के लिए पलायन करने वाले श्रमिक व औद्यौगिक क्षेत्रों में जहां घनी आबादी में लोग रहते तथा जल निकासी की उचित व्यवस्था नही होती है। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आशा/ए.एन.एम, एन,एम तथा शहरी क्षेत्रों में नगर स्वास्थ्य अधिकारी इत्यादि के माध्यम से सैनिटेशन के प्रति जन जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है।
बैठक में डाॅ आर.के सिंह, डाॅ पुनित चंदा, जगदीश प्रसाद, बाल विकास विभाग से श्रीमती उषा धस्माना आदि उपस्थित थे।