जियो पेमेंट बैंक ने मंगलवार से अपना बैंकिंग परिचालन शुरू कर दिया. भारतीय रिजर्व बैंक ने यह जानकारी दी. रिलायंस इंडस्ट्रीज उन 11 आवेदकों में से है, जिन्हें अगस्त, 2015 में भुगतान बैंक की स्थापना की सैद्धान्तिक मंजूरी मिली थी. ये बैंक एप पर आधारित है. रिजर्व बैंक की अधिसूचना में कहा गया है कि जियो पेमेंट बैंक ने 3 अप्रैल, 2018 से भुगतान बैंक के रूप में परिचालन शुरू कर दिया है.ये पेमेंट बैंक मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ज्वॉइन्ट वेंचर है. इसमें रिलायंस के जियो पेमेंट बैंक की 70 और एसबीआई की 30 फीसदी की भागीदारी है. इस पेमेंट बैंक की आंशिक योजना का प्लान 4 जी जियो फोन के शुरू होने के समय ही बन गया थी. जियो पेमेंट बैंक एसबीआई के कस्टमर के जरिए अपना विस्तार करेगी.
Jio Payments Bank Limited commences operationshttps://t.co/9rerjhSeaa
— ReserveBankOfIndia (@RBI) April 3, 2018
बता दे कि एसबीआई के पास करीब 42 लाख से ज्यादा कस्टमर हैं, जबकि 2018 के अंत तक भारत में कुल 30 करोड़ 4जी ग्राहक होने का अनुमान है.बता दें कि दूरसंचार क्षेत्र की भारती एयरटेल ने नवंबर, 2016 में सबसे पहले पेमेंट बैंक शुरू किया था. पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा प्रवर्तित पेटीएम पेमेंट बैंक ने मई, 2017 और फिनो पेमेंट बैंक ने पिछले साल जून में परिचालन शुरू किया.
कैसा होता है पेमेंट बैंक
– पेमेंट बैंक एक छोटा बैंक होता है, जिन्हें पूरी तरह से बैंकिंग संचालित करने का लाइसेंस नहीं दिया जाता है
– ये बैंक ग्राहकों का पैसा तो जमा कर सकती हैं, लेकिन लोन नहीं दे सकते
– पेमेंट बैंक सेविंग और करंट अकाउंट खोल सकती है, लेकिन फिक्स डिपॉजिट जमा नहीं कर सकते
– सेविंग अकाउंट सिर्फ एक ही प्रकार का होगा
– पेमेंट बैंक में 1 लाख रुपए से अधिक जमा नहीं किया जा सकता
– ये बैंक डेबिट कार्ड दे सकती हैं
– ये बैंक ऑन लाइन फंड ट्रांसफर की सुविधा देती है
– पेमेंट बैंक में आधार कार्ड मात्र से ही अकाउंट खुल सकता है.
–india.com