देहरादून। परेड ग्राउंड में चल रहें इंडो-नेपाल टेªड फेयर एवं टूरिज्म फेस्टेवल में प्रतिदिन संध्याकाल में पूरा ट्रेड फेयर संगीत मय हो जाता है। 12 फरवरी तक चलने वाले इस ट्रेड फेयर में एक दिन नेपाली सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर तो एक दिन उत्तराखण्ड के सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जा रही है
इंडो-नेपाल टेªड फेयर को लेकर बच्चों में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है लोग खरीदारी के साथ-साथ नेपाली व उत्तराखण्डी व्यंजनों का भी लुफ्त उठा रहे हैं। बच्चों में झुलों को लेकर क्रेज है तो बड़े खरीदारी कर ट्रेड फेयर का आंनद ले रहे हैं ट्रेड फेयर में बिच्छू के घास से बने कपडों, जूतों, टोपी, पर्स आदि वस्तुऐं लोगों को खासी पसंद आ रही हैं।
कोठी हिमाल अल्लो कपड़ा उद्योग नेपाल के खीम बहादुर का कहना है कि हमें काफी खुशी है कि लोग हमारे नेपाल में बिच्छू घास से बनी वस्तुओं को पसंद कर रहे हैं। जैसे हाफ जैकेट पूर्ण रूप से बिच्छू घास से बना है यह कपड़ा तापमान को सदाबहार रखता है वातावरण को दूषित करने बचाता है और शरीर को बीमारी से बचाये रखता है तथा इसके साथ ही शरीर को एलर्जी से बचाता है, रक्तचाप, मधुमेह जैसे बिमारी से भी मुक्त रखता है। यह शरीर को शीतलता अनुभव कराती है।
वहीं काण्ठमांडू से आये नेपाल एपरेल्स और प्राकृतिक फाइबर प्राइवेट लि0 के संतोष कार्की ने बताया कि हमारे पास भांग के बने उत्पाद जैसे जैकेट, कुर्ता, स्कूल बैग, हैण्ड बैग, बटुआ, क्लच उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि भांग के बने उत्पाद भारत में नहीं मिलते हैं। इसलिए लोगों को अच्छा रूझान देखने को मिल रहा है। भांग के बने इन उत्पादों से कई प्रकार की बीमारियां भी दूर होती हैं।