हाल ही में खेली गई रणजी ट्रॉफी में के फाइनल में विदर्भ से मिली करारी शिकस्त का बुरा असर टीम की अगुवाई करने वाले युवा खिलाड़ी ऋषभ पंत पर पड़ा है। ऋषभ पंत को आगामी सैयद मुश्ताक ट्रॉफी से पहले दिल्ली टी20 टीम के कप्तानी पद से हटा दिया गया है। पंत की जगह टीम के तेज़ गेंदबाज़ प्रदीप सांगवान दिल्ली के नए कप्तान होंगे।
सात बार रणजी का खिताब जीत चुकी दिल्ली को विदर्भ ने इंदौर में खेले गए फाइनल मुकाबले में 9 विकेट से हराकर पहली बार रणजी ट्रॉफी जीतकर इतिहास रचा था। विदर्भ को जीत के लिए 29 रन का लक्ष्य मिला था और उसने एक विकेट पर 32 रन बनाकर ये आसानी से हासिल कर लिया। इस पूरे सीजन के दौरान ऋषभ का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा, हालांकि फाइनल मुकाबले में उन्होंने अच्छी शुरुआत की पर बड़ी पारी खेलने में असफल रहे।
मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली के प्रमुख चयनकर्ता अतुल वासन ने ऋषभ को कप्तानी से हटाने के फैसले का बचाव किया है। उन्होंने कहा, ‘ऋषभ पंत अपने फॉर्म को ले कर संघर्ष कर रहे हैं, ऐसे में हम लोगों ने फैसला किया कि उनपर कप्तानी का अतिरिक्त बोझ न डाला जाए। गौतम गंभीर के बाद प्रदीप सांगवान टीम के सबसे सीनियर प्लेयर भी हैं। सांगवान 2008 से क्रिकेट खेल रहे हैं। इसको ध्यान में रखते हुए हमलोगों ने सोचा कि सांगवान को ही कप्तान बनाया जाना चाहिए।’
अतुल वासन ने गंभीर को कप्तान नहीं बनाने पर कहा, ‘हमलोग चाहते हैं कि गौतम गंभीर टीम में मेंटर की भूमिका निभाएं। इसके अलावा इस फॉर्मेट (T-20) में तेजस बरोखा और ललित यादव जैसे नए प्लेयरों को परखना चाहते हैं। ये दोनों अंडर-23 में स्टार परफॉर्मर रहे हैं। इसके साथ ही उभरते हुए गेंदबाज गौरव कुमार को भी आजमाना चाहते हैं।’
बता दें कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के उत्तराधिकारी कहे जाने वाले युवा बल्लेबाज़ ऋषभ पंत ने टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद के एक बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, मेरा काम सिर्फ रन बनाना है। रणजी सीजन के दौरान खराब प्रदर्शन के चलते एक बार फिर सभी क्रिकेट एक्सपर्ट और चयनकर्ताओं के निशाने पर हैं। देखने वाली बात यह होगी कि 21-27 जनवरी तक चलने वाली सैयद मुश्ताक टी20 ट्रॉफी में पंत उम्मीदों पर कितने खरे उतर पाते हैं।