विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बीच समय के साथ आपसी समझ और मजबूत होती जा रही है और मौजूदा कप्तान को इस बात पर गर्व है कि कोई भी बाहरी ताकत इन दोनों के बीच दोस्ती को प्रभावित नहीं कर सकी है। कोहली ने वेब सीरीज ‘ब्रेकफास्ट विद चैम्पियंस’ को दिए इंटरव्यू में ये बात कही।
कोहली ने वेब सीरीज ‘ब्रेकफास्ट विद चैम्पियंस’ के एपिसोड के दौरान कहा, “काफी लोग हमारे बीच मतभेद की खबरें उड़ाने की कोशिश करते हैं। सबसे अच्छी बात है कि न तो वह इन लेखों को पढ़ते हैं और न ही मैं। और जब लोग हमें साथ में देखते हैं तो वे हैरान होते हैं कि हम दोनों के बीच मतभेद नहीं थे। हम आपस में काफी हंसते हैं और कहते हैं कि हमें नहीं पता कि ऐसा कुछ था।” आस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर मैथ्यू हेडन ने एक बार कहा था कि धोनी ऐसा खिलाड़ी है जो उतना ही मजाकिया है जितना कि कोई सात वर्ष का बच्चा होता है।
भारतीय कप्तान ने कहा, “मुझे लगता है कि हेडन बिलकुल भी गलत नहीं हैं।” कोहली ने कहा, “काफी लोगों को पता नहीं है कि उनमें बच्चों जैसा उत्साह है। वह चीजों से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाते हैं और हमेशा ही कुछ नया देखने की कोशिश करते हैं जिससे उन्हें दिलचस्पी पैदा हो।” कोहली ने धोनी के साथ अपने बचपन के दिनों की मजाकिया वाकया याद किया जिसमें वह हंसते हंसते लोटपोट हो गये थे।
उन्होंने कहा, “मैंने एक बार उन्हें अपने अंडर-17 दिनों का वाकया सुनाया था। यह अकादमी का मैच था। एक नया लड़का आया था और मैंने उसकी ओर गेंद फेंकी और पूछा ‘कहां से’ (मतलब किस छोर से गेंदबाजी करोगे) तो उस लड़के ने जवाब दिया, ‘भैया नजफगढ़ से’। भारतीय कप्तान ने कहा, “जब मैंने यह वाकया महेंद्र सिंह धोनी को बताया तो उन्होंने हंसना शुरू कर दिया और यह सब तब हो रहा था जब मैच चल रहा था।”
उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि मैंने रणनीति के मायने में उनसे बेहतर किसी को देखा है। निश्चित रूप से, मैं अपनी समझ के हिसाब से चलता हूं लेकिन जब भी उनसे पूछता हूं, उसमें से 10 में से आठ या नौ बार वह जो बताते हैं, कारगर होता है। इतने सालों में हमारी दोस्ती गहरी ही हुई है।”