देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नई दिल्ली में यू.बी.एम. इण्डिया प्राईवेट लिमिटेड द्वारा आयोजित साउथ एशिया ट्रैवल्स एण्ड ट्रेड एक्स्पो अवार्ड 2018 में बतौर विशिष्ट अतिथि प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड में निवेशकों और पर्यटकों को आमंत्रित करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड को देवभूमि के रूप में जाना जाता है। यहाँ कई महत्वपूर्ण धार्मिक एवं पर्यटक स्थल हैं। उत्तराखण्ड में संस्कृति की एक लम्बी विरासत है जहां पर महाभारत सहित वेदों और पुराणों की रचना की गयी। पर्यटन की दृष्टि से उत्तराखण्ड में जिम नेशनल कार्बेट पार्क भी है, जहाँ भारत में दूसरे नम्बर पर सबसे ज्यादा संख्या में बाघ हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में हिमालय की ऊंची चोटियां हैं, जो वर्षभर बर्फ से आच्छादित रहती हैं, साथ ही यहां का 71.5 प्रतिशत क्षेत्र वनाच्छादित है। यहां की सुन्दर घाटियाँ और बुग्याल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में आध्यात्म के साथ-साथ साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में बहुत अधिक सम्भावनाएँ हैं।
साउथ एशिया ट्रैवल्स एण्ड ट्रेड एक्स्पो सबसे बड़ी संस्था है जो टूर्स एण्ड ट्रैवल्स आॅपरेटर्स को जोड़ती है। इस कार्यक्रम में टूर्स एण्ड ट्रैवल्स कम्पनियों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में केन्द्रीय पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री के.जे. अल्फोंस एवं फिजी के पर्यटन मंत्री श्री फैयाज कोया भी उपस्थित थे।