नई दिल्ली: नाविका सागर परिक्रमा, एक अभियान है, जिसमें भारतीय नौसेना की महिला अधिकारियों की एक टीम भारत में निर्मित पाल नौका (सेल बोट) आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर विश्व परिक्रमा करेगी। यह पहला अवसर है, जब सर्व-महिला चालक दल इस प्रकार की विश्व परिक्रमा करेगा। यह यात्रा सितंबर 2017 के आरंभ में होने का कार्यक्रम है। आईएनएसवी तारिणी, आईएनएसवी महादेई की सहयोगी पोत है। यह परिक्रमा भारत सरकार की ‘नारी शक्ति’ पर बल देने की नीति को परिलक्षित करते हुए नौसेना में महासागर में नौकायन की गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण समझा जा रही है।
पहली बार एकल परिक्रमा कैप्टन दिलीप डोंडे, एससी (सेवा निवृत्त) द्वारा 19 अगस्त, 2009 से 19 मई 2009 तक भारत में निर्मित पोत आईएनएसवी महादेई पर सवार होकर की गई थी। पहली भारतीय अविराम (नॉन-स्टॉप) एकल परिक्रमा कमांडर अभिलाष टॉमी, केसी द्वारा 01 नवम्बर, 2012 से 31 मार्च 2013 तक की गई थी।
आईएनएसवी तारिणी के चालक दल में निम्नलिखित महिला अधिकारी शामिल हैं –
क्. सं. | पद, नाम एवं संख्या . | गृह नगर | राज्य | नौकायन का अनुभव |
1. | लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी, 43077-ए | ऋषिकेश | उत्तराखंड | इस अधिकारी ने 2014 में रियो डी जनेरियो से केपटाउन तक तथा आईएनएसवी महादेई पर सवार होकर पोर्ट ब्लेयर- विशाखापत्तनम – चेन्नई-कोच्ची नौकायन किया। उन्होंने फरवरी 2016 में विशाखापत्तनम से गोवा तक, मई2016 से जुलाई 2016 तक गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक आईएनएसवी महादेई की कमान संभाली। इस अधिकारी ने आईएनएसवी तारिणी की भी गोवा से मॉरिशस तक और वहां से वापसी के समय मई से जुलाई 2017 तक कमान संभाली। |
2. | लेफ्टिनेंट कमांडर जामवाल, 07109-एफ | कुल्लू | हिमाचल प्रदेश | इस अधिकारी ने 2014 में महादेई पर गोवा से पोर्ट ब्लयेर तक, फरवरी 2016 में विशाखापत्तनम से गोवा तक, मई से जुलाई 2016 तक गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक नौकायन किया। इस अधिकारी ने मई से जुलाई 2017 तक आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी के दौरान भी नौकायन किया। |
3. | लेफ्टिनेंट कमांडर स्वाति पी ,
07234-आर |
विशाखापटनम | आंध्र प्रदेश | इस अधिकारी ने 2014 में महादेई पर सवार होकर केपटाउन से गोवा तक, फरवरी, 2016 में विशाखापत्तनम से कोच्ची, मई से जुलाई 2016 में गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक नौकायन किया। उन्होंने हाल ही में संपन्न केप टू रियो रेस 2017 में भी भाग लिया। इस अधिकारी ने मई से जुलाई 2017 तक आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी के दौरान भी नौकायन किया। . |
4. | लेफ्टिनेंट ऐश्वर्या बोडापति,
43151- डब्ल्यू |
हैदराबाद | तेलंगाना | इस अधिकारी ने फरवरी 2016 में महादेई पर सवार होकर विशाखापत्तनम से गोवा, मई से जुलाई 2016 में गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक नौकायन किया। इस अधिकारी ने मई से जुलाई 2017 तक आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी के दौरान भी नौकायन किया। |
5. | लेफ्टिनेंट एसएच विजया देवी, 70712-एच | मोयरेंग क्वाकता सेंथांग | मणिपुर | इस अधिकारी ने 2014 में महादेई पर गोवा से पोर्ट ब्लयेर तक, फरवरी, 2016 में विशाखापत्तनम से गोवा, मई से जुलाई 2016 में गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक नौकायन किया। इस अधिकारी ने मई से जुलाई 2017 तक आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी के दौरान भी नौकायन किया। |
6. | लेफ्टिनेंट पायल गुप्ता ,
70724-के |
देहरादून | उत्तराखंड | इस अधिकारी ने महादेई पर सवार होकर फरवरी 2016 में विशाखापत्तनम से गोवा, मई से जुलाई 2016 में गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक नौकायन किया। उन्होंने हाल ही में संपन्न केप टू रियो रेस 2017 में भी भाग लिया। इस अधिकारी ने मई से जुलाई 2017 तक आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर गोवा से मॉरिशस और वहां से वापसी के दौरान भी नौकायन किया। |
इस सर्व महिला चालक दल को आगामी समुद्री यात्रा के लिए व्यापक प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने प्रशिक्षण के तहत आईएनएसवी महादेई और तारिणी पर लगभग 20,000 समुद्री मील नौकायन किया है, जिसमें मॉरिशस तक दो अभियान(2016 और 2017 में) तथा दिसंबर 2016 में गोवा से केपटाउन तक की समुद्री यात्रा शामिल है।
आईएनएसवी तारिणी 55 फुट लम्बी पाल नौका है, जिसका निर्माण मैसर्स एक्वेरियस शिपयार्ड प्रा. लिमिटेड, गोवा ने किया है। तारिणी को भारतीय नौसेना में 18 फरवरी 2017 को शामिल किया गया। यह पोत अब तक 8,000 समुद्री मील का सफर तय कर चुकी हैं। नाविका सागर परिक्रमा पांच चरणों में होगी। इस दौरान राशन और आवश्यक मरम्मत के लिए चार बंदरगाहों पर रूका जाएगा। इन चरणों की अनुमानित तिथियां निम्नलिखित हैं-
क्र. सं. | चरण का विवरण | प्रमुख तिथियां | नौकायन दिवसों की संख्या |
(क) | गोवा – फ्रेमेंटल (ऑस्ट्रेलिया) | 05 सितंबर 17 – 12 अक्टूबर 17 | 37 |
(ख) | फ्रेमेंटल (ऑस्ट्रेलिया) – लाइटलटन (न्यूजीलैंड) | 25 अक्टूबर 17 – 16 नवम्बर 17 | 22 |
(ग) | लाइटलटन (न्यूजीलैंड) ) – पोर्ट स्टेनली (फ़ॉकलैंड्स) | 23 नवम्बर 17 – 28 दिसंबर 17 | 35 |
(घ) | पोर्ट स्टेनली (फ़ॉकलैंड्स)- केपटाउन (दक्षिण अफ्रीका) | 10 जनवरी 18 – 08 फरवरी 18 | 28 |
(ड़) | केप टाउन (दक्षिण अफ्रीका)- गोवा | 21 फरवरी 18 – 04 अप्रैल 18 | 42 |
इस अभियान को दिया गया ‘नाविका सागर परिक्रमा’ नाम बिल्कुल उपयुक्त है, क्योंकि इसका लक्ष्य देश में महिला सशक्तिकरण तथा नौसेना में महासागर में नौकायन की गतिविधियों को बढ़ावा देना है। इस अभियान के अतिरिक्त लक्ष्य निम्नलिखित हैं –
- नारी शक्ति
- पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन
- मेक इन इंडिया
- मौसम/महासागर/वेव डेटा आब्जर्वेशन
- समुद्री प्रदूषण
- स्थानीय पीआईओ के साथ संवाद ।
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