नई दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक में हुए भारतीय इतिहास के सबसे बड़े बैंकिग घोटाले में शामि नीरव मोदी की कंपनी फायरस्टार डायमंड ने अमेरिका में खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए अर्जी दाखिल की है। सोमवार को न्यूयॉर्क के साउथर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दाखिल इस अर्जी के मुताबिक नीरव मोदी की कंपनी के पास करीब 50 मिलियन के असेट्स और 100 मिलियन की लाएबिलिटी है।
नीरव मोदी का 1300 करोड़ का नया घोटाला आया सामने
इससे पहले नीरव मोदी का 1,300 करोड़ का एक नया फ्रॉड सामने आया है। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, पीएनबी की ओर से सोमवार देर रात स्टॉक एक्सचेंज को नीरव मोदी और उनके बिजनस पार्टनर मेहुल चौकसी की ओर से 204 मिलियन डॉलर यानी 1,322 करोड़ रुपए के एक और फ्रॉड के बारे में जानकारी दी गई है। इस नए खुलासे के बाद अब यह घोटाला 12 हजार 300 करोड़ का हो गया है।
ऐसे सामने आया ये घोटाला
बैंक की ओवरसीज ब्रांचेज को मिले नए लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स के बाद यह नया घोटाला सामने आया है। नीरव मोदी की ओर से इस अतिरिक्त अवैध ट्रांजैक्शन की कीमत पीएनबी के साल 2017 के कुल मुनाफे के बराबर है। 2017 में सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे नंबर के बैंक पीएनबी को 1,320 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। विदेशी बैंक शाखाओं द्वारा सूचित किए जाने के बाद नए एलओयू के बारे में पता चला था, उन पोर्टफोलियो की जांच के बाद यह नया घोटाला सामने आया है।
ये है पूरा मामला
पंजाब नेशनल बैंक ने पिछले दिनों सेबी और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को 11,356 करोड़ रुपए के घोटाले के जानकारी दी थी। घोटाला पीएनबी की मुंबई की ब्रेडी हाउस ब्रांच में हुआ। शुरुआत 2011 से हुई। 8 साल में हजारों करोड़ की रकम फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (एलओयू) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर की गई। 2017 में फोर्ब्स की अमीर भारतीयों की लिस्ट में शामिल नीरव मोदी इस फ्रॉड के केंद्र में है। मोदी का मामा मेहुल चौकसी भी आरोपी है। चौकसी गीतांजलि ग्रुप चलाता है। ग्रुप की तीन कंपनियों गीतांजलि जेम्स, गिली इंडिया और नक्षत्र के खिलाफ फ्रॉड केस दर्ज हुए हैं।
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