नैनीताल: नैनीताल की शान मानी जाने वाली नैनीझील पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। गर्मी का सीजन शुरू होने से पहले ही झील का जल स्तर 12 फिट गिर गया है। 2016 में झील का एक बडा हिस्सा मैदान में तब्दील हो गया था जिसके बाद प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए मशीनों द्वारा झील से टनों के हिसाब से मलवा व गाद निकाली।
बरसात के बाद झील की स्थिति में कुछ हद तक सुधार हुआ, लेकिन दिसम्बर के बाद से जाड़ों में कम बारिश व बपर्फबारी होने से नैनीझील एक बार फिर संकट से जुझ रही है और पफरवरी आते आते झील का जलस्तर 12 गिर गया है। अभी गर्मी आनी बाकि है। ये संकेत भविष्य की भयावहता की ओर इशारा कर रहा है। पयार्वरण विद अजय रावत कि माने तो नैनीझील को रिचार्ज करने वाली छोटी झील जिसे सुखाताल झील के नाम से जाना जाता है, उस क्षेत्र में निर्माण व मलुवे की वजह से इस झील में पानी कम जमा हो रहा है, जिससे नैनीझील रिचार्ज नहीं हो पा रही है। वहीं नैनीताल क्षेत्र में सीसी मार्ग भी इस झील के रिचार्ज में बाधक बने हुए हैं साथ ही पेयजल का अवैध उपयोग भी गिरते जलस्तर का प्रमुख कारण माना जा रहा है।