लखनऊ: प्रदेश के पशुधन, मत्स्य एवं लघु सिंचाई कैबिनेट मंत्री प्रो0एस0पी0 सिंह बघेल ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हंै कि पशुओं को विभिन्न संक्रामक बीमारियों से प्रतिरक्षित कर दुग्ध उत्पादन में वृद्धि की जाय, ताकि पशुपालकों की आय में बढ़ोत्तरी हो सके। पशुपालन एक बहुत बड़े वर्ग के लिए स्वरोजगार का जरिया है। सरकार का उद्देश्य दूध, अण्डा, ऊन उत्पादन में वृद्धि लाकर प्रदेश को स्वावलम्बी एवं आत्मनिर्भर बनाना है।
पशुपालन मंत्री श्री बघेल आज यहां पशुपालन निदेशालय स्थित पशु जैविक औषधि संस्थान में राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत लघु पशुगृह एवं एच0एस0 वैक्सीन उत्पादन शाखा के सुदृढ़ीकरण का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस सुदृढ़ीकरण के फलस्वरुप संस्थान में वैक्सीन उत्पादन में वृद्धि हो सकेगी। उन्होंने विभाग में चल रही योजनाओं को पशुपालकों तक पहुचाये जाने हेतु प्रत्येक स्तर तक जिम्मेदारी निर्धारित करने के लिए निर्देशित किया।
श्री बघेल ने प्रदेश में छुट्टा पशुओं की समस्या के निराकरण के लिए ग्रामीण स्तर पर पशुपालन की योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हुए आम जन को इस समस्या से छुटकारा दिलाये जाने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर राज्यमंत्री, पशुधन एवं मत्स्य श्री जय प्रकाश निषाद, डा0 ए0एन0 सिंह, निदेशक, रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र, एवं डा0 सी0एस0 यादव निदेशक, प्रशासन एवं विकास, डा0 सुधीर सिंह, अपर निदेशक, पशु जैविक औषधि संस्थान तथा पशुपालन निदेशालय के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।