नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री श्री शिन्जो आबे ने आज संयुक्त रूप से मुम्बई और अहमदाबाद के बीच भारत की पहली तेज गति वाली बुलेट रेल परियोजना की आधारशिला रखी।
अहमदाबाद में इस मौके पर मौजूद जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने “न्यू इंडिया” की उच्च महत्वाकांक्षा और इच्छाशक्ति के बारे में बताया। इस मौके पर उन्होंने देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि बुलेट रेलगाड़ी परियोजना तेजी एवं विकास उपलब्ध कराएगी और इसके जल्द नतीजे आएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान तेज सम्पर्क के जरिये उत्पादन बढ़ाने पर है। प्रधानमंत्री ने इस परियोजना के लिए तकनीकी और आर्थिक मदद मुहैया कराने के लिए जापान को धन्यवाद दिया। उन्होंने इस बात के लिए प्रधानमंत्री श्री आबे की सराहना की कि इतने कम समय में इस परियोजना की शुरुआत हो रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि तेज गति वाली इस रेलगाड़ी से न सिर्फ दोनों शहरों की दूरियां घटेंगी, बल्कि सैकड़ों किलोमीटर दूर रह रहे लोग एक-दूसरे के नजदीक आएंगे। उन्होंने कहा कि मुम्बई-अहमदाबाद गलियारे पर एक नई आर्थिक व्यवस्था विकसित की जा रही है, जिससे पूरा इलाका एकल आर्थिक क्षेत्र के रूप में बदल जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी तभी लाभदायक है, जब वह आम लोगों को फायदा पहुंचाए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना में हस्तांतरित प्रौद्योगिकी से भारतीय रेल को लाभ पहुंचेगा और इससे “मेक इन इंडिया” की पहल को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह परियोजना वातावरण के अनुकूल होने के साथ ही मानव के अनुकूल भी होगी। उन्होंने कहा कि “हाई स्पीड गलियारे” भविष्य में तेज गति के साथ विकास के क्षेत्र के रूप में उभरेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि बुनियादी ढांचे का विकास भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जाए। उन्होंने यह उम्मीद जताई कि इस परियोजना को कम से कम समय में पूरा करने के लिए सभी लोग मिल कर काम करेंगे।
इससे पहले जापान के प्रधानमंत्री श्री शिन्जो आबे ने कहा कि भारत और जापान की साझेदारी विशिष्ट, रणनीतिक और वैश्विक है, और उन्हें उम्मीद है कि वे कुछ वर्ष बाद भारत का सौन्दर्य बुलेट ट्रेन के जरिए देखेंगे।