रोहतक: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के दो मामलों में आज 20 साल जेल की सजा सुनाई गई। डेरा समर्थकों द्वारा हिंसा की आशंका के मद्देनजर हरियाणा और पंजाब में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया था।
विशेष सीबीआई अदालत के न्यायाधीश जगदीप सिंह ने यहां की सुनारिया जेल में बनी अस्थायी अदालत में राम रहीम को सजा सुनाई। बीते शुक्रवार को अदालत ने डेरा प्रमुख को बलात्कार के इस मामले में दोषी कराया था, जिसके बाद उनके समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन किए थे।
स्थानीय मीडिया के अनुसार अदालत का फैसला पढ़ा गया तो राम रहीम रो पड़े और हाथ जोड़कर रहम की गुहार लगाई। सजा सुनाए जाने के बाद फिलहाल कहीं से हिंसा की खबर नहीं है। दोषी करार दिए जाने के बाद पंजाब और हरियाणा में कई स्थानों पर हिंसा हुई थी जिसमें कम से कम 38 लोग मारे गए थे। ज्यादातर लोगों की मौत पुलिस गोलीबारी में हुई थी।
अप्रिय घटनाओं से बचने के मकसद से यह फैसला किया गया था कि राम रहीम को पंचकुला स्थित अदालत में ले जाने की बजाय विशेष सीबीआई न्यायाधीश जगदीप सिंह रोहतक पहुंचकर सजा सुनाएं। सिंह हेलीकॉप्टर से रोहतक पहुंचे। हेलीकॉप्टर जेल के निकट बने हेलीपैड पर उतरा।
बचाव और अभियोजन पक्ष के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद न्यायाधीश ने राम रहीम को बलात्कार के दो मामलों में दस दस साल के जेल की सजा सुनाई।
रोहतक और जेल के आसपास के इलाकों में सुरक्षा के बहुस्तरीय प्रबंध किए गए थे। अर्धसैनिक बलों की 23 कंपनियों की तैनाती की गई थी। जेल की ओर जाने सभी रास्तों को बंद कर दिया गया था और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना को तैयार रखा गया था।
हरियाणा और पंजाब हाई अलर्ट पर रहे और अधिकारियों ने सुरक्षा हालात को चुनौतीपूर्ण करार देते हुए चेतावनी दी थी कि हिंसक प्रदर्शनकारियों ने देखते ही गोली मार दी जाएगी।