लखनऊ: भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अग्रणी योद्धा तथा आजाद भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री, भारत रत्न, डॉ0 अब्दुल कलाम आजाद जी की जयन्ती पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पुष्पांजलि एवं संगोष्ठी प्रदेश कांग्रेस के संरक्षक मण्डल एवं पूर्व मंत्री श्री रामकृष्ण द्विवेदी की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। कार्यक्रम की शुरूआत मौलाना आजाद के चित्र पर पुष्पांजलि से हुई।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के वाइस चेयरमैन एवं प्रवक्ता मो0 यूनुस सिद्दीकी ने बताया कि मौलाना आजाद को खिराजे अकीदत पेश करते हुए पूर्व मंत्री श्री रामकृष्ण द्विवेदी ने कहा कि मौलाना आजाद एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के साथ देश को एकजुट रखने के बहुत बड़े पक्षधर रहे हैं। उन्होने आजादी के बाद देश में प्रथम शिक्षा मंत्री के रूप में शिक्षा के क्षेत्र में जो योगदान दिया है उसी का परिणाम है कि आज हमारे देश में इसरो, परमाणु अनुसंधान सहित विश्व की सर्वश्रेष्ठ तकनीकी और इंजीनियरिंग की बदौलत विश्व में हमारे वैज्ञानिक देश का गौरव बढ़ा रहे हैं। उन्होने कहा कि मौलाना आजाद शिक्षा को सर्वाधित महत्व देते थे उनका मानना था कि देश तभी तरक्की कर सकता है जब सभी शिक्षित हों।
इस मौके पर पूर्व मंत्री डॉ0 अम्मार रिजवी ने मौलाना आजाद को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मौलाना आजाद उन लोगों में से थे जो हिन्दुस्तान के बंटवारे को बर्दाश्त नहीं कर रहे थे। वह चाहते थे कि देश का बंटवारा न हो। वह आजादी से ज्यादा इत्तेहाद को जरूरी समझते थे। आजादी के बाद शिक्षा मंत्री के रूप में उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये गये उल्लेखनीय योगदान को कभी भी विस्मृत नहीं किया जा सकता है।
श्री सिद्दीकी ने बताया कि इस मौके पर प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष सुश्री अनुसुइया शर्मा, पूर्व विधायक श्री श्यामकिशोर शुक्ला, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं प्रवक्ता श्री द्विजेन्द्र त्रिपाठी, श्री सुबोध श्रीवास्तव, मो0 युनुस सिद्दीकी, श्री वी.एन. त्रिपाठी एडवोकेट मो0 काजिम, मो0 नासिर, श्री अमित त्यागी, श्री राजा मुस्तफा, श्री श्यामबिहारी पाण्डेय, श्री मुन्ना लाल भारती, श्रीमती सिद्धिश्री, श्री अयाज खान अच्छू, श्री सी.पी. भारतीय, श्री शमशाद आलम, श्री शिवभूषण मिश्रा, श्री शबाब अब्बास नकवी, श्री प्रदीप गौड़ आदि सैंकड़ों कांग्रेसजन मौजूद रहे।