प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज साल 2017 में आखिरी बार रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष का यह आख़िरी कार्यक्रम है और संयोग से आज, वर्ष 2017 का भी आख़िरी दिन है। कुछ घंटों बाद, वर्ष बदल जाएगा लेकिन हमारी बातों का यह सिलसिला आगे भी इसी तरह जारी रहेगा। पीएम मोदी ने कहा कि एक जनवरी, 2018 का दिन मेरी दृष्टि से एक स्पेशल दिवस है। जो लोग वर्ष 2000 या उसके बाद जन्मे हैं वे एक जनवरी, 2018 से मान्य वोटर बनना शुरू हो जाएंगे और न्यू इंडिया को तय करेंगे।
25 दिसम्बर को विश्वभर में क्रिसमस का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर हम सब ईसा मसीह की महान शिक्षाओं को याद करते हैं। ईसा मसीह ने सबसे ज़्यादा जिस बात पर बल दिया था, वह था – “सेवा-भाव”। सेवा की भावना का सार हम बाइबल में भी देखते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में ‘निष्काम कर्म’ की बात होती है, यानी ऐसी सेवा जिसमें कोई अपेक्षा न हो। कहा गया है – “सेवा परमो धर्मः” ‘जीव-सेवा ही शिव-सेवा’ और गुरुदेव रामकृष्ण परमहंस तो कहते थे शिव-भाव से जीव-सेवा करें। पूरे विश्व में ये सारे समान मानवीय मूल्य हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में ‘निष्काम कर्म’ की बात होती है, यानी ऐसी सेवा जिसमें कोई अपेक्षा न हो। कहा गया है – “सेवा परमो धर्मः” ‘जीव-सेवा ही शिव-सेवा’ और गुरुदेव रामकृष्ण परमहंस तो कहते थे शिव-भाव से जीव-सेवा करें। पूरे विश्व में ये सारे समान मानवीय मूल्य हैं। पीएम ने कहा कि आइए, हम महापुरुषों का स्मरण करते हुए, पवित्र दिवसों की याद करते हुए, अपनी इस महान मूल्य परम्परा को, नयी चेतना दें, नयी ऊर्जा दें और ख़ुद भी उसे जीने का प्रयास करें।”
गुरुगोविंद सिंह का जीक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह वर्ष गुरुगोविन्द सिंह जी का 350वाँ प्रकाश पर्व का भी वर्ष था। गुरुगोविन्द सिंह जी का साहस और त्याग से भरा असाधारण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। गुरुगोविन्द सिंह जी ने महान जीवन मूल्यों का उपदेश दिया और उन्हीं मूल्यों के आधार पर उन्होंने अपना जीवन जिया भी। उन्होंने कहा कि ये मेरे लिए सौभाग्य की बात रही कि मैं इस वर्ष की शुरुआत में गुरुगोविन्द सिंह जी 350वीं जयन्ती के अवसर पर पटनासाहिब में आयोजित प्रकाशोत्सव में शामिल हुआ।
पीएम मोदी ने कहा कि एक जनवरी, 2018 का दिन मेरी दृष्टि से एक स्पेशल दिवस है। जो लोग वर्ष 2000 या उसके बाद जन्मे हैं यानी 21वीं सदी में जिन्होंने जन्म लिया है वे एक जनवरी, 2018 से मान्य वोटर बनना शुरू हो जाएंगे। भारतीय लोकतंत्र, 21वीं सदी के वोटर्स का न्यू इंडिया वोटर्स का स्वागत करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पिछली मन की बात कार्यक्रम में कहा था कि साल 2018 दस्तक दे रहा हैं। हमारे बुजुर्ग कहते हैं कि दुख को भूलें, सुख को भूलने न दें। हम शुभ का संकल्प करके 2018 में प्रवेश करें।” नए साल पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “मेरा सुझाव है कि आपने जो 8-10 अच्छी बातें देखी हों या सुनी हैं। हम अपने पांच पॉजिटिव एक्सपीरियंस शेयर कर सकते हैं। मैं आमंत्रित करता हूं कि नरेंद्र मोदी एप या MyGov ऐप पर ।
38वीं मन के कार्यक्रम में आतंकवाद पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि 9 साल पहले आतंकवादियों ने मुंबई पर हमला किया था, जिन्होंने इस हमले में जान गंवाई देश उन्हें नमन करता है। देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूल सकता। आतंकवाद पर बोलते हुए पीएम ने आगे कहा था कि हमारे हजारों निर्दोष लोगों ने आतंकवाद की वजह से जान गंवाई थी।
मोदी ने कही थी अहम बात पीएम मोदी ने नवंबर महीने में कई अहम बातें कही थी। 38वीं मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था कि “कुछ समय मुझे कर्नाटक के बाल मित्रों के साथ परोक्ष साक्षात्कार को अवसर मिला। कुछ बच्चों से एक अखबार ने आग्रह किया कि वे विदेश के मंत्रियों को पत्र लिखें। अखबार ने उनमें से कई पत्र छापे। इनमें से एक कलबुर्गी से इरफाना बेगम ने लिखा उनका स्कूल घर से 5 किलोमीटर दूर है। मैं अपने दोस्तों के साथ समय नहीं बिता पाती हूं। मुझे इन्हें पढ़ने का अवसर मिला।”
पीएम मोदी ने कहा था कि दिव्यांग किसी से कम नहीं है। एक उदारहण देते हुए पीएम ने कहा कि “मध्य प्रदेश में आठ साल के एक दिव्यांग बच्चे तुषार ने गांव को खुले में शौच से मुक्त कराया। उसने सीटी बजाकर लोगों को खुले में शौच करने से रोका।”