लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने शास्त्री भवन में उत्तर प्रदेश फार्मास्युटिकल उद्योग नीति-2018 का प्रस्तुतिकरण देखा। प्रस्तुतिकरण के दौरान उन्हंे अवगत कराया गया कि इस नीति का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में फार्मा उद्योग, फार्मास्युटिकल पार्काें की स्थापना, औषधि अनुसंधान, अनुसंधान एवं विकास संस्थानों की सहायता से बौद्धिक सम्पदा (आईपी) का सृजन तथा अनुसंधान एवं विकास तथा आयुष उत्पादों के निर्माण को बढ़ावा देना है।
इसके तहत एमएसएमई, दीर्घ, मेगा, क्षैतिज फार्मा पार्क तथा ऊध्र्व फार्मा पार्क जैसी इकाइयां स्थापित की जा सकेंगी। फार्मास्युटिकल पार्क के तहत विनिर्माण क्षेत्र, परीक्षण क्षेत्र-एपीआई/फार्मूलेशन, शीत भण्डारण और गोदाम, सामान्य सुविधाएं जैसे सड़कों, हाॅस्टल, स्टैंडअलोन पावर स्टेशन, एफ्लूएन्ट ट्रीटमेन्ट प्लाण्ट आदि विकसित किये जा सकेंगे।
प्रस्तुतिकरण के दौरान मुख्यमंत्री जी को इस नीति के तहत फार्मा पार्क प्रोत्साहन, एकल इकाई प्रोत्साहन, औद्योगिक नीति प्रोत्साहन, पर्यावरण संरक्षण, अनुसंधान और विकास, पेटेंट आवेदन और गुणवत्ता प्रमाणन, नवाचार और स्टार्टअप, विपणन समर्थन इत्यादि के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई।