लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां शास्त्री भवन में आहूत एक बैठक में कांवड़ यात्रा-2018 की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि सावन के महीने में प्रदेश के विभिन्न जनपदों में श्रद्धालुगण कांवड़ यात्रा निकालते हैं। अतः जनभावनाओं का सम्मान करते हुए कांवड़ यात्रा का सुरक्षित, सकुशल एवं सफल संचालन आवश्यक है। उन्होंने प्रमुख सचिव गृह एवं पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा वाले क्षेत्रों के थानाध्यक्षों को कांवड़ समितियों से बैठक कर उन्हें ‘क्या करें एवं क्या न करें’ के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दें। उन्होंने कांवड़ समितियों की बैठक में इस सम्बन्ध में हैण्डबिल भी बंटवाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कांवड़ यात्रियों को प्रतिबंधित वस्तुएं, हथियार इत्यादि साथ में न लाने के निर्देश थानाध्यक्ष कांवड़ समितियों की बैठक के दौरान अवश्य दें। उन्हें सौहार्दपूर्ण वातावरण में कांवड़ यात्रा निकालने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कांवड़ यात्री के छद्म वेश में आने वाले असामाजिक तत्वों पर दृष्टि रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रियों को अपने साथ अपना पहचान पत्र रखने के लिए प्रेरित किया जाए, ताकि किसी संकट की दशा में उनकी पहचान की जा सके। उन्होंने कांवड़ यात्रा मार्गों के मुख्य स्थलों पर सी0सी0 टी0वी0 कैमरा से निगरानी सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने लम्बे कांवड़ यात्रा मार्गों की निगरानी ड्रोन कैमरों तथा हेलीकाॅप्टर से भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान पूरे यात्रा मार्ग तथा मंदिरों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्गों की बेहतर प्रकाश व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। साथ ही, यातायात व्यवस्था को बेहतर तरीके से मैनेज किया जाए, ताकि कोई अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो। इसके अलावा, सड़क के किनारे ट्रकों इत्यादि की पार्किंग को भी रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके चलते अक्सर भीषण मार्ग दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने पर्यटन विभाग को निर्देश दिए कि वह कांवड़ यात्रा में पड़ने वाले शिवालयों की उत्कृष्ट प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करे, जिससे कांवड़ यात्री मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक कर सकें।
मुख्यमंत्री जी ने प्लास्टिक मुक्त कांवड़ यात्रा अभियान चलाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रियों को प्लास्टिक तथा पाॅलिथीन से निर्मित कप, प्लेट, ग्लास, चम्मच इत्यादि के प्रयोग को स्वेच्छा से रोकने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने धार्मिक तथा स्वयंसेवी संस्थाओं से समन्वय स्थापित करते हुए लंगर तथा पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को प्रदेश के सभी कांवड़ यात्रा क्षेत्रों के चिकित्सालयों में डाॅक्टरों तथा दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने पड़ोसी राज्यों से आने वाले कांवड़ियों के सम्बन्ध में इन राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक मेरठ में आयोजित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने ऊर्जा विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि कांवड़ यात्रा मार्गों पर मौजूद तारों को कसा जाए, ताकि वे जमीन पर न लटकें और कोई दुर्घटना न हो। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि खम्भों पर करेन्ट किसी भी हाल में न उतरे। इसके लिए सभी आवश्यक सावधानियां पहले से बरती जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने गंग नहर कांवड़ यात्रा मार्ग पर प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ-साथ 05-05 कि0मी0 के अंतराल पर विश्रामालय स्थापित करने के भी निर्देश दिए, ताकि कांवड़ यात्रियों को आवश्यक सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने कांवड़ यात्रा मार्गों पर डायल-100 के वाहनों को तैनात करने के साथ-साथ एम्बुलेंस तैनात करने के भी निर्देश दिए।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी के समक्ष प्रमुख सचिव गृह ने कांवड़ यात्रा-2018 के सम्बन्ध में की जा रही तैयारियों पर एक प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि इस वर्ष श्रावण माह में 28 जुलाई से यह यात्रा शुरू हो रही है, जो 26 अगस्त, 2018 को पूर्ण होगी। उन्होंने मुख्यमंत्री जी को यात्रा के महत्वपूर्ण मार्गों के विषय में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में कांवड़ यात्रा के सुरक्षित, सकुशल एवं सफल संचालन के लिए सारी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई हैं। कानून-व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। संवेदनशील क्षेत्रों पर अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है।
प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि सम्बन्धित विभागों जैसे नगर विकास, ग्राम विकास, सिंचाई, विद्युत विभाग, लोक निर्माण विभाग, स्थानीय निकाय, खाद्य एवं औषधि प्रशासन इत्यादि से अपेक्षित सहयोग मिल रहा है तथा सभी तैयारियां तेजी से पूरी की जा रही हैं।
बैठक के दौरान मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री एम0के0 सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री प्रशान्त त्रिवेदी, सचिव मुख्यमंत्री श्री मृत्युंजय कुमार नारायण सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।