लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने गोरखपुर के बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज मंे हुई घटना के सम्बन्ध में हुई बच्चों की मृत्यु पर गहरा दुःख व संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने मीडिया से अपील करते हुए कहा है कि इस सम्बन्ध में मीडिया के माध्यम से सही तथ्य जनता के सामने आने चाहिए। उन्होंने कहा कि आॅक्सीजन की कमी से बच्चों की मृत्यु बताना सही नहीं है। साथ ही, उन्होंने बताया कि बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज के प्रिंसिपल श्री राजीव मिश्रा को निलम्बित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां शास्त्री भवन स्थित मीडिया सेण्टर में आयोजित प्रेस-वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल, स्वास्थ्य व चिकित्सा मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वास्थ्य व चिकित्सा मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, ने गोरखपुर से वापस आने के बाद उन्हें रिपोर्ट दी है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आॅक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था न होने की जांच के लिए मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर दी गयी है, जो 07 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। घटना के सम्बन्ध में मैजिस्टीरियल जांच की रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि डी0जी0 मेडिकल एजुकेशन गोरखपुर में कैम्प कर रहे हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
योगी जी ने मीडिया को इस महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने के लिए अनुरोध करते हुए कहा कि सही तथ्यों को प्रकाश में लाने पर मानवता की सेवा होगी। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में इन्सेफेलाइटिस के मुद्दे पर उन्होंने सन 1998 से संघर्ष किया है और इस वर्ष राज्य सरकार के प्रयासों से ए0ई0एस0, जे0ई0एस0 बीमारी के उपचार की व्यवस्था पूर्व की अपेक्षा बेहतर भी हुई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने स्वयं 9 जुलाई व 9 अगस्त, 2017 को बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज का दौरा किया और इन बीमारियों की रोक-थाम और उपचार के बारे में जानकारी प्राप्त करने के साथ-साथ निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि मेडिकल काॅलेज के एन0आई0सी0यू0 से सम्बन्धित कार्ययोजना पर भी विस्तार से चर्चा हुई थी।
मुख्यमंत्री जी ने बताया कि इस मामले में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी चिन्तित हैं। उन्होंने बच्चों की मृत्यु पर गहरी संवेदना व्यक्त की है और केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल को गोरखपुर पहुचंकर घटना के सम्बन्ध में जानकारी के लिए निर्देशित किया है। साथ ही, कहा है कि केन्द्र सरकार स्वास्थ्य व चिकित्सा सेवाओं को सुदृढ़ करने में हर सम्भव मदद देगी।
योगी जी ने कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री व चिकित्सा शिक्षा मंत्री को गोरखपुर जाकर हालात का जायजा लेने के लिए निर्देशित किया था। इस सम्बन्ध में जानकारी लेने के लिए जिन मुख्य बिन्दुओं पर निर्देशित किया गया था वे थे-क्या आॅक्सीजन के अभाव में मृत्यु हुई है? बच्चों की मृत्यु के सही आंकड़ें क्या हैं? लापरवाही किसके स्तर से हुई है, जिनके सम्बन्ध में मंत्रियों ने अपनी रिपोर्ट मुझे दी है। उन्होंने कहा कि इस बात के स्पष्ट निर्देश दिये जा चुके हैं कि विकास कार्याें और आवश्यक सेवाओं में किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं होना चाहिए और फाइलों पर प्राप्त प्रस्तावों का निस्तारण 3 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए।
योगी जी ने बताया कि आॅक्सीजन सप्लायर ने 01 अगस्त को बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज के प्रिन्सिपल को बकाये के भुगतान के सम्बन्ध में पत्र लिखा था। प्रिंसिपल ने 4 अगस्त को डी0जी0 मेडिकल एजुकेशन को पत्र लिखकर सूचित किया था और 5 अगस्त को 2 करोड़ रुपये की धनराशि जारी कर दी गयी थी। मुख्यमंत्री जी ने बताया कि विगत 9 अगस्त को गोरखपुर मेडिकल काॅलेज में चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री के साथ-साथ गोरखपुर व बस्ती मण्डल के अधिकारियों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की बैठक हुई थी, जिसमें पूर्वी जिलों के इन्सेफेलाइटिस से प्रभावित जनपदों में बीमारी के उपचार की व्यवस्था के सम्बन्ध में जानकारी ली गई थी। यह भी निर्देश दिए गए थे कि इस बीमारी के उपचार के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही न बरती जाए। इस बैठक में सभी सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे। उनसे पूछे जाने पर कोई भी विपरीत तथ्य प्रकाश में नहीं आया।
इस प्रकरण में बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज के प्रिंसिपल की लापरवाही सामने आयी है, जिसके लिए उन्हें निलम्बित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण का विशेष अभियान प्रभावित 38 जिलों में चलाया जा चुका है। सरकार के प्रयासों से इस बीमारी की रोकथाम और उपचार के सम्बन्ध में पूर्व की अपेक्षा काफी अच्छे परिणाम मिले हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी घटना के सम्बन्ध में दुःखी हैं। उनके निर्देश पर वे उत्तर प्रदेश में आयी हैं और कल गोरखपुर जाएंगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मामले में संवेदनशील है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने इस घटना के सम्बन्ध में आपात बैठक बुलाकर विस्तृत विचार-विमर्श किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा केन्द्र से तुरन्त सम्पर्क किया गया और केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव इस समय गोरखपुर में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों की मृत्यु के आंकड़ों और कारणों के बारे में राज्य सरकार द्वारा जानकारी दी जा रही है। घटना के सम्बन्ध में दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही होगी। बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज के प्रिंसिपल का दोष पाया गया और उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई है। वे इस घटना के सम्बन्ध में प्रधानमंत्री जी को अवगत कराएंगी।
इस अवसर पर प्रदेश के स्वास्थ्य व चिकित्सा मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बच्चों की मृत्यु के आंकड़ों व कारणों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी और कहा कि पूर्व के वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवाओं में काफी सुधार आया है।