लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि किसान की समृद्धि के बगैर देश की खुशहाली सम्भव नहीं है। इसके मद्देनजर प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुना करने की योजना पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 6 माह के कार्यकाल में किसानों के हित के लिए कई योजनाओं पर कार्य किया है। किसानों से 37 लाख मी0टन गेहूं खरीद करके भुगतान सीधे उनके खातों में किया गया है। इससे किसानों को बिचैलियों से मुक्ति मिली तथा उन्हें पैसे के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ा।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद गोरखपुर में पंडित दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय के प्रांगण में फसल ऋण मोचन योजना के लाभार्थी किसानों को प्रमाण पत्र वितरण अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 19 मार्च, 2017 को सरकार के गठन के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में प्रदेश के 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ रुपए कर्ज माफी का निर्णय लिया गया है। इस क्रम में गोरखपुर के लगभग 77 हजार किसान ऋण मोचन योजना से लाभान्वित होंगे। प्रथम चरण के तहत 13,535 किसानों का ऋण मोचन करते हुए प्रदेश सरकार ने पैसा उनके खाते में भेज दिया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि धान खरीद के लिए 3 हजार धान क्रय केन्द्र पूरे प्रदेश में खोले जाएंगे। किसानों को मूल्य समर्थन योजना में 1550 रुपए एवं 1590 रुपए के अतिरिक्त 15 रुपए प्रति कुन्तल दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि किसानों का 23,800 लाख रुपए गन्ना मूल्य का भुगतान कराया गया, जो पिछले कई सालों से बकाया था। उन्होंने घोषणा की कि अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में पिपराइच तथा मुण्डेरवा बाजार में 540 करोड़ रुपए की लागत से उच्च पेराई क्षमता वाली चीनी मिलों की स्थापना की कार्यवाही की जा रही है, जिससे गन्ने की पेराई समय से हो सकेगी।
योगी जी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से नुकसान होने पर सरकार किसानों को मुआवज़ा देगी। इसके लिए मंत्री एवं अधिकारियों की टीम जिलों में जाकर सर्वे कर रही है। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि फसल ऋण मोचन योजना प्रमाण पत्र दिखाने पर कोई बैंककर्मी ऋण की वसूली के लिए उन्हें परेशान नहीं करेगा। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपना बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक कराएं। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि ब्लाॅक, तहसील स्तर पर कैम्प लगाकर किसानों का खाता आधार कार्ड से लिंक कराया जाए, जिससे दूसरे एवं तीसरे चरण में भी पात्र किसानों को लाभान्वित किया जा सके।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह जनता की अपनी सरकार है। राज्य सरकार जाति, धर्म, वर्ग के आधार पर भेदभाव न करते हुए ‘सबका साथ, सबका विकास’ के आधार पर निर्णय लेती है। पिछले 6 माह में 6 लाख युवाओं का स्किल डेवलपमेण्ट किया गया है, ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सके। पिछली सरकारों की भांति विकास चन्द लोगों तक सीमित नहीं रहेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कौलवास सिंह, श्रीमती इलाइची देवी, श्रीमती सुखदेई देवी, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, लालमन सिंह, परमहंस मिश्रा, श्रीमती गीता, संतोश मिश्रा, वैजनाथ सिंह, श्रीमती जैतुन्निसा, श्रीमती रजौती, वीरेन्द्र सिंह, रिन्कू सिंह, दिग्विजय सिंह, गिरजा देवी, पारस नाथ सिंह, अयोध्या प्रसाद नायक, हरिवंश, रामानन्द सिंह, रामजीत यादव, राजन सिंह, प्रभुदयाल पाण्डेय, सच्चिदानंद सिंह, राम अवध, उपेन्द्र सिंह, विनोद कुमार यादव, ब्रह्मदेव, रामवृक्ष यादव, बृजनन्दन राज तथा ब्रम्हा सिंह सहित कुल 30 किसानों को मंच पर ऋण मोचन का प्रमाण पत्र प्रदान किए। शेष लगभग 11 हजार किसानों को पण्डाल में प्रमाण पत्र वितरित किए गए। मुख्यमंत्री जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। एम0पी0 कन्या इण्टर काॅलेज की छात्राओं ने इस अवसर पर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि रबी अभियान में प्रदेश में 44 लाख कुन्तल बीज की व्यवस्था की गयी है। खाद बीज पानी की कमी नहीं होने दी जाएगी। 10 हजार सोलर पम्प स्थापित किए जाएंगे, जिसमें 2 एवं 3 हाॅर्स पावर पम्पों पर 70 प्रतिशत तथा 5 हाॅर्स पावर वाले पम्पों पर 40 प्रतिशत अनुदान किसानों को दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि तोरिया, राई, मसूर, चना के 3.50 लाख मिनी किट पूरे प्रदेश में निःशुल्क दिए जाएंगे। गोरखपुर मण्डल में 12,100 मिनी किट वितरण का लक्ष्य है।
सिंचाई मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि कृषि देश की अर्थव्यवस्था है। सीमान्त एवं लघु किसानों को सिंचाई की दिक्कत नही होने दी जाएगी। ड्रिप सिंचाई पर किसानों को 80 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
जिलाधिकारी श्री राजीव रौतेला ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि जिले में लगभग 77 हजार किसानों को ऋण मोचन योजना का लाभ दिया जाएगा। प्रथम चरण में 13 हजार 535, दूसरे चरण में 15 हजार तथा तीसरे चरण में 48 हजार किसानों को लाभान्वित किया जाएगा। जिले के दूसरे चरण के किसानों को लाभान्वित करने की तैयारी चल रही है।