लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि हम सभी को मिलकर एक ऐसे भारत का निर्माण करना है, जो गरीबी, जातिवाद, भ्रष्टाचार, आतंकवाद और परिवारवाद से मुक्त हो। जिसमें सभी भारतवासी बिना किसी भेदभाव के आपस में मिलकर भाइचारे और सौहार्द के साथ अपना जीवन निर्वाह कर सकें। उन्होंने जनपद सिद्धार्थनगर को गौतम बुद्ध की जन्मस्थली होने के कारण महत्वपूर्ण जनपद बताते हुए कहा कि भगवान बुद्ध ने संसार को ज्ञान का उपदेश दिया।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद सिद्धार्थनगर में ‘कपिलवस्तु महोत्सव-2017’ के समापन अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनपद सिद्धार्थनगर में उद्योगों का अभाव है और यह एक पिछड़ा जनपद है। यहां के नौजवानों और किसानों में खुशहाली लाने के लिए राज्य सरकार इस जनपद में ऐसे उद्योगों को स्थापित करेगी, जिससे कि यहां का किसान खुशहाल हो सके और जनपद के नौजवानों को रोजगार उपलब्ध हो सके। नौजवानों को रोजगार की तलाश में पलायन न करना पड़े।
योगी जी ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि जनपद के विकास के लिए एक ऐसा प्लान तैयार कर शासन को प्रेषित किया जाए, जिसमें जनपदवासियों के लिए उद्योगों को स्थापित किए जाने के केन्द्र हों। उन्होंने जनपद में स्वास्थ्य के क्षेत्र में 100 बेड के अस्पताल, अच्छी सड़कों का निर्माण और गांवों के विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनपद सिद्धार्थनगर, नेपाल राष्ट्र के निकट होने के कारण सुरक्षा के दृष्टिकोण से 02 नए थानों की स्थापना सम्बन्धी प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया जाए। उन्होंने कहा कि गांवों में कोई भी अवांछनीय घटना न घटित हो तथा गांवों को आदर्श गांव बनाए जाने की दिशा में कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन तथा सभी जनप्रतिनिधियों को जनकल्याण और गरीबों के हित में कार्य करना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने ‘कपिलवस्तु महोत्सव-2017’ के दिनांक 25 से 31 दिसम्बर, 2017 तक के 07 दिवसीय कार्यक्रमों के आयोजन को सराहनीय बताते हुए जिला प्रशासन और उनके सहयोगी अधिकारियों व कर्मचारियों तथा जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि जनपद के सांसद, विधायकगण व जिला प्रशासन के प्रयासों से भव्य और आकर्षक ‘कपिलवस्तु महोत्सव’ सम्पन्न कराया गया। इस अवसर पर उन्होंने नव वर्ष-2018 के लिए सभी को शुभकामनाएं दीं और ‘कपिलवस्तु महोत्सव-2017’ का समापन किया। उन्होंने कहा कि महोत्सव हमारी संस्कृति की पहचान हैं।
योगी जी ने कहा कि विश्व के बहुत से देशों में बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग हैं। सभी बौद्ध धर्मावलम्बियों की यह इच्छा होती है कि उन्हें भगवान बुद्ध की जन्मस्थली, उनकी कर्म स्थली, कपिलवस्तु, लुम्बनी, सारनाथ, श्रावस्ती आदि स्थलों को देखने का सौभाग्य प्राप्त हो सके। भगवान बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था, जिसके आधार पर इस जनपद का नाम सिद्धार्थनगर रखा गया। उन्होंने बताया कि महापुरुषों के नाम पर अवकाश नहीं होना चाहिए, बल्कि उनकी जयन्ती के अवसर पर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में जानकारी प्रदान की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर कपिलवस्तु में सोलर लाइटिंग, स्मार्ट शौचालय, पेयजल सुविधा और 02 सड़क मार्गांे के चैड़ीकरण करने के साथ-साथ 66 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का षिलान्यास किया। मल्टी सेक्टोरल प्लान के अन्तर्गत विकास खण्ड इटवा के इनरीग्राण्ट में तथा विकास खण्ड खेसरहा के पंचमोहनी में राजकीय इण्टर काॅलेज का लोकार्पण भी किया गया।
योगी जी ने विभिन्न खेलों जैसे-वाॅलीबाॅल, बास्केट बाॅल, बैडमिण्टन, काॅस कण्ट्री रेस, कबड्डी इत्यादि प्रथम स्थान पाने वाले छात्र खिलाड़ियों को स्मृति चिन्ह तथा सम्मान-पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही, संगीत एवं नृत्य में प्रथम स्थान पाने वाले छात्र/छात्राओं को मुख्यमंत्री जी द्वारा स्मृति चिन्ह तथा सम्मान-पत्र देकर सम्माानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री चेतन चैहान तथा आबकारी एवं मद्य निषेध मंत्री श्री जय प्रताप सिंह ने ‘कपिलवस्तु महोत्सव-2017’ के भव्य आयोजन की प्रषंसा की। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।