लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने नवरात्रि के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि भारतीय संस्कृति में माँ दुर्गा की उपासना का अत्यधिक महत्व है। नवरात्रि तथा दुर्गा पूजा के अवसर पर विभिन्न वर्गों की सहभागिता से सामाजिक समरसता सुदृढ़ होती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि नवरात्रि पर प्रदेश में स्थित सभी शक्तिपीठों एवं देवी मन्दिरों में दर्शनार्थियों एवं तीर्थ यात्रियों को हर सम्भव सुविधा देने के लिए राज्य सरकार कटिबद्ध है। यह जानकारी आज यहां देते हुए प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि नवरात्रि में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके दृष्टिगत मुख्यमंत्री जी ने पुलिस-प्रशासन, परिवहन, बिजली, स्वास्थ्य एवं स्थानीय निकाय प्रशासन आदि को जरूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
दर्शनार्थियों की सुरक्षित यात्रा, दर्शन एवं वापसी की व्यवस्था के लिए बेहतर परिवहन व्यवस्था सुनिश्चित हो सके, इसके लिए अतिरिक्त बसों/परिवहन की व्यवस्था की जाए। इसके साथ ही, जिन शक्तिपीठों में नदी एवं सरोवर है, वहां पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए गोताखोरों की व्यवस्था की जाए। सभी शक्तिपीठों पर 24 घण्टे बिजली दिए जाने के साथ ही, अतिरिक्त ट्रांसफाॅर्मरों की व्यवस्था के निर्देश भी दिए गए हंै।
श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सम्बन्धी सहूलियत देने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे जिला एवं अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सालयों को श्रद्धालुओं की चिकित्सा सुविधा के लिए पूरी तरह तैयार रखें। किसी भी आकस्मिकता एवं मौसमी बीमारियों के लिए पर्याप्त दवा एवं डाॅक्टरों का प्रबन्ध सुनिश्चित करने के साथ ही, शक्तिपीठों/प्रमुख देवी मन्दिरों के पास यथावश्यक चिकित्सा कैम्पों की व्यवस्था की जाए। सभी जिलाधिकारियों, नगर आयुक्तों तथा अधिशासी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि नवरात्रि के अवसर पर शक्तिपीठों एवं देवी मंदिरों पर श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए वहां पर पर्याप्त स्वच्छता एवं साफ-सफाई की निरन्तर व्यवस्था की जाए।
शक्तिपीठों एवं देवी मंदिरों के आसपास के क्षेत्र में यात्रियों की दैनिक क्रिया के लिए पर्याप्त जन सुविधाओं की व्यवस्था के साथ ही, आवश्यकतानुसार सचल शौचालयों की उपलब्धता भी सुनिश्चित हो। संक्रामक बीमारी की रोकथाम के लिए चूना आदि के छिड़काव की मुकम्मल व्यवस्था के साथ ही, शक्तिपीठों एवं देवी मंदिरों के आसपास पेयजल एवं टैंकरों की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। जिला प्रशासन द्वारा देवी मन्दिरों एवं शक्तिपीठों के आस-पास बिकने वाले खाद्य पदार्थों को मिलावट रहित रखने एवं प्रदूषित खाद्य पदार्थ की बिक्री पर प्रभावी रोक लगाई जाए।