लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन कर हम स्वयं व दूसरों की रक्षा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सड़क पर चलते समय लापरवाही बरतने से अनेक लोग दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं। ऐसे में आवश्यकता इस बात की है कि टैªफिक नियमों का पालन किया जाए और वाहनों को सम्भाल कर चलाया जाए। यदि सभी लोग यातायात नियमों का पालन करेंगे तो टैªफिक व्यवस्थित हो जाएगा और दुर्घटनाएं कम होंगी। नियमों के उल्लंघन से अराजकता का माहौल बनता है और सभी को कठिनाई होती है।
मुख्यमंत्री जी ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर परिवहन विभाग द्वारा आयोजित ‘परिवहन सुरक्षा रैली’ (रन फाॅर सेफ्टी) के शुभारम्भ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। यह कार्यक्रम परिवहन विभाग द्वारा मनाए जा रहे 29वें सड़क सुरक्षा सप्ताह के अन्तर्गत आयोजित किया गया है। सम्बोधन के उपरान्त उन्होंने रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए योगी जी ने कहा कि सड़क पर सुरक्षित यात्रा वर्तमान समय में एक गम्भीर चुनौती है। सुरक्षित सड़क यात्रा के लिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक मोटर वाहन चालक सड़क का इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील रहे। उत्तर प्रदेश में सड़क पर वाहन चलाने वालों की संख्या निरन्तर बढ़ रही है। अतः सड़क यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए यातायात नियमों के प्रति जागरूकता आवश्यक है। इसके लिए समाज के सभी वर्गों की सक्रिय सहभागिता जरूरी है। लोगों को यह समझाना आवश्यक है कि दुपहिया वाहन चालक तथा पीछे बैठने वाले व्यक्ति मानक के अनुसार हेलमेट अवश्य पहनें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सड़क पर चलन वाले चार-पहिया वाहन चालक व अन्य व्यक्ति अनिवार्य रूप से सीट बेल्ट का उपयोग करें। वाहन चलाते समय किसी भी दशा में मोबाइल फोन अथवा इयरफोन का इस्तेमाल न करें। ऐसा करने दुर्घटनाओं में काफी कमी आएगी। प्रदेश सरकार मार्ग दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को लेकर अत्यन्त चिन्तित और गम्भीर है। इसे रोकने के लिए गम्भीर प्रयास करने होंगे। सड़क हादसों का सबसे बड़ा कारण अक्सर वाहन चालकों की लापरवाही, ओवर स्पीडिंग और शराब पीकर वाहन चलाना है। इन पर हर हाल में लगाम लगानी होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और सड़क सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार द्वारा अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। रोड इंजीनियरिंग में सुधार करने के साथ-साथ ब्लैक स्पाॅट्स के सुधार की कार्यवाही की जा रही है। छात्रों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक बनाने के लिए बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में सड़क सुरक्षा सम्बन्धी अध्याय को सम्मिलित किया गया है। सड़क सुरक्षा आॅडिट को सड़कों के निर्माण में अनिवार्य बनाया गया है। चालकों के स्वास्थ्य, विशेषकर आंखों के परीक्षण हेतु निर्देश दिए गए हैं।
योगी जी ने कहा कि स्टंट बाइकिंग की वजह से काफी दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें अक्सर नौजवानों की दर्दनाक मौत होती है। इसके चलते राज्य सरकार ने स्टंट बाइकिंग पर लगाम लगाने के कड़े निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, यातायात सम्बन्धी नियमों का पालन करने के लिए चेकिंग की कार्यवाही भी नियमित रूप से की जा रही है। हेलमेट एवं सीट बेल्ट के इस्तेमाल पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ प्रत्येक बुधवार को ऐसी चेकिंग खासतौर पर की जा रही है। उन्होंने कहा कि टैªफिक नियमों का उल्लंघन करने पर यदि किसी को रोका जाए तो वह इसके लिए टैªफिक कर्मियों से न उलझें, बल्कि इसे अपनी सुरक्षा के लिए उठाया गया महत्वपूर्ण कदम समझें। यातायात व्यवस्था को ठीक रखने के लिए प्रत्येक जनपद का टैªफिक प्लान बनाकर उसे लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
सड़क सुरक्षा तथा यातायात नियमों का सख्ती से पालन कराने में परिवहन एवं पुलिस विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित अधिकारी और कर्मचारी पूरी संवेदनशीलता के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें। केवल सरकार के प्रयासों से ही वांछित परिणाम नहीं मिल सकता है। इसलिए यह आवश्यक है कि वाहन चालक एवं वाहन स्वामी, सड़क सुरक्षा सम्बन्धी नियमों का पालन करने के प्रति स्वयं जागरूक हों। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों से अपील की कि सड़क पर स्वयं की सुरक्षित यात्रा के साथ-साथ दूसरों की भी सुरक्षित यात्रा का हमेशा ध्यान रखें। उन्होंने अभिभावकों से अपेक्षा की कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि नाबालिग बच्चे किसी भी दशा में दोपहिया अथवा चार-पहिया वाहन न चलाएं।
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षित यात्रा के लिए टैªफिक नियमों का पालन आवश्यक है। दुपहिया वाहन चालकों को हेलमेट कानूनी बाध्यता की वजह से न लगाकर आत्म-सुरक्षा की भावना से लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर अत्यन्त गम्भीर है। उन्होंने टैªफिक नियमों की जानकारी के लिए राजधानी के सरोजनीनगर क्षेत्र में स्थापित टैªफिक पार्क का भी जिक्र किया। स्कूल प्रबन्धन से उन्होंने अपेक्षा की कि वे स्कूल बस/वैन चालकों का सत्यापन अवश्य करेंगे।यदि इस नियम का कड़ाई से अनुपालन किया गया होता तो कुशीनगर जैसी दुर्घटनाओं को रोका जा सकता था।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव परिवहन श्रीमती आराधना शुक्ला सहित वरिष्ठ अधिकारीगण, बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे तथा गणमान्य नागरिक मौजूद थे।