लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि परिवहन विभाग और निगम के सामने आज यह चुनौती है कि वह अपने को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षित यात्रा का बेहतरीन साधन बने। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों और अधिकारियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान किये जाने के साथ-साथ यह भी जरूरी है कि परिवहन निगम लाभकारी बने। सामाजिक प्रतिबद्धताओं के मद्देनजर यात्रियों को बेहतर सुविधा व सुरक्षित यात्रा की गारण्टी देना परिवहन विभाग व निगम का कर्तव्य होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर परिवहन विभाग व उ0प्र0 सड़क परिवहन निगम की अनेक जनोपयोगी परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 6 अगस्त, 2017 की मध्य रात्रि से 7 अगस्त, 2017 की मध्य रात्रि तक रक्षा बन्धन पर्व पर महिलाओं के लिए परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा की घोषणा की। साथ ही, बरेली एवं कानपुर नगर में आॅटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक, वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ एवं गाजियाबाद में सारथी भवन, परिवहन निगम के 7 बस स्टेशनों-बिजनौर, बेवर, महोबा, शाहजहांपुर, करहल (मैनपुरी), भोगांव (मैनपुरी), महमूदाबाद (सीतापुर) का लोकार्पण किया।
योगी जी ने परिवहन निगम के 3 बस स्टेशनों-हसनपुर (अमरोहा), भैसाली (मेरठ), मोदीनगर (गाजियाबाद) का शिलान्यास करने के साथ-साथ गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, इलाहाबाद, आगरा, मथुरा, हरदोई, आजमगढ़, इटावा व रामपुर में शुद्ध पेयजल के लिए वाटर ए0टी0एम0 एवं 66 जनपद मुख्यालय के 75 बस स्टेशनों में यात्रियों के मनोरंजन व उपयोग हेतु फ्री वाईफाई सुविधा का शुभारम्भ किया। फ्री वाईफाई सुविधा को टी0जी0 कनेक्ट एप के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि परिवहन विभाग पिछले 4 महीनों के कार्यकाल में सुधार की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यह विभाग रुग्ण हो चुका था और यह आशंका था कि इसका निजीकरण हो जाएगा, किन्तु इस विभाग ने टीम भावना के साथ कार्य करते हुए और चुनौतियों से जूझते हुए तकनीक से जुड़ने का कार्य किया है। इसी का परिणाम है कि आज तमाम जनोपयोगी योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया जा रहा है।
योगी जी ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने सत्ता में आने के बाद कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया। युवाओं को कौशल विकास से जोड़कर रोजगार प्रदान किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश में प्रशिक्षित चालकों की आवश्यकता है। भविष्य में प्रत्येक मण्डल मुख्यालय पर एक ड्राइविंग स्कूल प्रारम्भ करके युवाओं को प्रशिक्षण और कौशल विकास से जोड़े जाने का प्रयास किया जाएगा।
बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिन्ता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को यातायात नियमों की जानकारी प्रदान करने के लिए अभियान चलाने की आवश्यकता है। परिवहन निगम की बसों में चालक व परिचालकों को सुरक्षित यात्रा के लिए जवाबदेह बनाकर दुर्घटनाओं में जोने वाली जन-धन की हानि को रोका जा सकता है। सड़क दुर्घटनाओं से न सिर्फ परिवार उजड़ते हैं, बल्कि राष्ट्रीय क्षति भी होती है। ट्रैफिक के नियमों का पालन कराए जाने के लिए इन दिनों अभियान चलाया जा रहा है। ट्रैफिक नियमों का पालन करने से सभी सुरक्षित रह सकते हैं। इस दिशा में भी परिवहन विभाग को कार्य करना होगा।
योगी जी ने कहा कि यात्री सुविधाओं और सुरक्षित यात्रा की दिशा में परिवहन निगम आगे बढ़ रहा है, लेकिन इसमें और भी सुधार की जरूरत है। बसों की देख-रेख व उनकी स्वच्छता के साथ-साथ उनके आने-जाने के निर्धारित समय का भी पालन किया जाना जरूरी है। साथ ही, चालकों को भी ट्रैफिक नियमों का पालन कराने तथा उनके द्वारा निश्चित दूरी की यात्रा के बाद उन्हें विश्राम दिये जाने पर भी ध्यान देना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिवहन विभाग समाज के हर तबके तथा प्रदेश के हर क्षेत्र को जोड़ने का कार्य करता है। प्रदेश की 22 करोड़ जनता की सुविधा के लिए परिवहन विभाग को तैयार होना होगा। आवश्यकता पड़ने पर पी0पी0पी0 मोड पर भी योजनाएं तैयार की जा सकती हैं। आज के प्रतिस्पर्धा के युग में यदि तकनीक के साथ हम नहीं चलेंगे, तो विकास की दौड़ में पीछे रह जाएंगे। परिवहन विभाग ने इस जरूरत को समझते हुए कार्य प्रारम्भ किया है, जिसके लिए वह बधाई का पात्र है। उन्होंने अत्याधुनिक सुविधाओं और तकनीक को अपनाए जाने और यात्रियों की सुरक्षा की गारण्टी दिये जाने पर जोर दिया।
योगी जी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि जिन क्षेत्रों में सीधी ट्रेन सुविधा उपलब्ध नहीं थी, वहां पर बस सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य किया गया है। यह देखना होगा कि आने वाले समय में हम बस सुविधा के माध्यम से सभी जनपद मुख्यालय को राजधानी से, तहसील मुख्यालयों को जनपद मुख्यालय से तथा न्याय पंचायतों व गांव-गांव को जनपद मुख्यालयों से जोड़ने का कार्य करें। इसके लिए अनुबन्धित बसों की भी सहायता ली जा सकती है। गांव-गांव में अच्छी बस सेवा दिये जाने की दिशा में आगे बढ़ना होगा।
इस मौके पर परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद पिछले 4 महीनों में 3,425 गांवों को बस सुविधा से जोड़ा गया। सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी व्यवस्था लागू की जाएगी। परिवहन विभाग यात्रियों को सुविधाएं और सुरक्षित यात्रा उपलब्ध कराने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने पिछले 4 माह में परिवहन विभाग की उपलब्धियों से अवगत कराया।
समारोह को अध्यक्ष परिवहन निगम श्री प्रवीर कुमार तथा प्रमुख सचिव परिवहन श्रीमती आराधना शुक्ला ने भी सम्बोधित किया। परिवहन आयुक्त व प्रबन्ध निदेशक परिवहन निगम श्री पी0 गुरु प्रसाद ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण, परिवहन विभाग व निगम के वरिष्ठ अधिकारी व मीडियाकर्मी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि कानपुर नगर एवं बरेली में आॅटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक के निर्माण से ड्राइविंग टेस्ट में पारदर्शिता आने के साथ-साथ मानवीय हस्तक्षेप समाप्त हो सकेगा और दक्ष व्यक्तियों को ही ड्राइविंग लाइसेंस मिल सकेगा, जो दुर्घटनाओं को कम करने/रोकने में सहायक सिद्ध होगा।
परिवहन विभाग द्वारा गाजियाबाद, वाराणसी, मेरठ व इलाहाबाद में नवनिर्मित सारथी भवन जनता हेतु अत्यन्त सुविधाजनक होंगे। वर्तमान कार्यालय भवन में स्मार्ट-कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत किये जाने हेतु पर्याप्त स्थान का अभाव होने के कारण अलग से सारथी भवन/सारथी हाॅल का निर्माण किया गया है। ऐसे हाॅल में आवेदकों हेतु प्रतीक्षा हेतु पर्याप्त स्थान होने के साथ-साथ एल0ई0डी0 लगवाए जाने की व्यवस्था है, जिस पर ड्राइविंग से सम्बन्धित नियम प्रदर्शित होंगे, जिससे आम-जन में यातायात नियमों सम्बन्धित जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
बस स्टेशनों के शिलान्यास व लोकार्पण से जनता को अच्छी सुविधा उपलब्ध होगी तथा 10 बस स्टेशनों पर वाटर ए0टी0एम0 की शुभारम्भ से शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। 66 जनपदों के 75 बस स्टेशनों पर फ्री वाईफाई की सुविधा मिलने से आम-जन को फ्री इण्टरनेट की सुविधा मिलेगी और बस की प्रतीक्षा के समय इस फ्री इण्टरनेट की सुविधा का उपयोग कर लाभान्वित हांेगे।