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मुख्य सचिव द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा निर्मित सड़कों को गड्ढामुक्त कराये जाने की विस्तृत समीक्षा

मुख्य सचिव द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा निर्मित सड़कों को गड्ढामुक्त कराये जाने की विस्तृत समीक्षा
उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार ने निर्देश दिये हैं कि गड्ढामुक्त अभियान के अन्तर्गत प्रदेश में चिन्हित 1,09,641.74 कि0मी0 मार्ग में से अब तक 90,300.92 कि0मी0 मार्ग को अर्थात 82.35 प्रतिशत मार्गों को गड्ढामुक्त कराये जाने के फलस्वरूप अवशेष चिन्हित गड्ढायुक्त मार्गों को भी गड्ढामुक्त कराये जाने हेतु माहवार अभियान चलाया जाये। उन्होंने कहा कि गड्ढामुक्त अभियान के अन्तर्गत अवशेष 19,340.82 कि0मी0 सड़क मार्ग को गड्ढामुक्त कराया जाना सुनिश्चित किया जाये।

मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में गड्ढामुक्त सड़कों के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक करते हुये विभागीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे। समीक्षा बैठक में बताया गया कि अवशेष 19,340.82 कि0मी0 में से 4,585 कि0मी0 वर्तमान माह नवम्बर तक, 1,650.49 कि0मी0 आगामी माह दिसम्बर, 2017 तक तथा अवशेष 13,105.33 कि0मी0 मार्ग को आगामी मार्च, 2018 तक प्रत्येक दशा में गड्ढामुक्त करा दिया जायेगा।

श्री राजीव कुमार ने निर्देश दिये हैं कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त किये जाने के निर्देशों के अनुपालन में चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत लोक निर्माण विभाग (राष्ट्रीय राजमार्ग, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण सहित), पंचायतीराज, मण्डी परिषद, गन्ना विभाग, सिंचाई विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (ग्रामीण अभियंत्रण विभाग) एवं नगर विकास विभाग द्वारा निर्मित सड़कों को गड्ढामुक्त कराये जाने का प्रमाण पत्र सम्बन्धित अभियंताओं द्वारा शत-प्रतिशत प्राप्त कर प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि गड्ढामुक्त सड़क का प्रमाण पत्र दिये जाने वाले अभियंताओं की जिम्मेदारी होगी कि प्रदेश सरकार द्वारा निरीक्षण कराने पर दिये गये प्रमाण पत्र में उल्लिखित सड़क गड्ढायुक्त कतई नहीं मिलनी चाहिये।

बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कुल निर्मित 3,52,098.82 कि0मी0 मार्ग में से 1,09,641.74 कि0मी0 मार्ग को गड्ढामुक्त अभियान के द्वारा चिन्हित किया गया है, जो कुल निर्मित मार्ग का 31.13 प्रतिशत है। बैठक में सम्बन्धित विभागों के प्रमुख सचिव एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

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