भारत के दिग्गज रेसलर और लन्दन ओलंपिक 2012 के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने खुद को टोक्यो ओलंपिक से हटा लिया है। योगेश्वर ने फतेहाबाद में एक निजी संस्थान के खेल उत्सव में भाग लिया जहां उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए इस बात का खुलासा किया।
उन्होंने कहा, “टोक्यो में होने वाले ओलंपिक में मैं हिस्सा नहीं ले रहा हूं, मेरी जगह बजरंग पूनिया देश का प्रतिनिधित्व करते हुए नजर आ सकते हैं। हमें और पूरे देश को उम्मीद है कि बजरंग देश के लिए मेडल लेकर आएंगे।”
खेलों के विकास को लेकर योगेश्वर दत्त ने कहा, “खेलों का विकास तभी संभव है, जब पूर्ण शराबबंदी होगी, जिससे युवा नशे से दूर रहेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे। इसलिए इस पहली सीढ़ी को लागू किया जाना चाहिए।”
ओलंपिक में हरियाणा के इस पहलवान ने देश का तीन बार प्रतिनिधित्व किया है। जिसमें लन्दन में हुए ओलंपिक में योगेश्वर ने कांस्य पदक भी जीता था। हालांकि रियो ओलंपिक में देश को उनसे बड़ी उम्मीद थी, लेकिन वह पहले ही राउंड में बाहर हो गए थे।
रेसलिंग में सुशील कुमार के बाद योगेश्वर भारत के दूसरे सबसे बड़े पहलवान हैं, जिन्होंने देश का नाम दुनिया भर में रोशन किया है।