देहरादून: राजभवन में पांच दिवसीय टाॅपर्स कान्क्लेव का विधिवत समापन हुआ। इस अवसर पर राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि जीवन में सफल होने के लिए इंटेलीजेंस कोशिएंट (आई.क्यू.) की बजाय इमोशनल कोशिएंट(ई.क्यू) अधिक महत्वपूर्ण है। टीम लीडर बनकर सबको साथ लेकर चलने की योग्यता ही समाज में स्थान दिलाती है। बड़े कामों में सफलता टीमवर्क से ही मिलती है। जीवन में सफल होने के लिए मौजूदा संसाधनों व परिस्थितियों में ही काम करना होता है। अच्छी पुस्तकें, चरित्र निर्माण में सहायक होती हैं।
राज्यपाल ने कहा कि हमेशा आई.क्यू की बात की जाती है। परंतु इससे भी अधिक महत्वपूर्ण ई.क्यू अर्थात ईमोशनल कोशिएंट है। हम कितना अपने आप को हमारे दोस्तों, परिवार व समाज से जोड़ पाते हैं। एक योग्य टीम लीडर वहीं है जो कि सबको साथ लेकर आगे बढ़ने की योग्यता रखता हो। व्यक्तित्व के सम्पूर्ण विकास के लिए मोबाईल, वाट्सएप की आभासी दुनिया से बाहर आकर लोगों से व्यक्तिगत सम्पर्क बहुत जरूरी है।
राज्यपाल ने कहा कि संसाधनों की हमेशा कमी बनी रहती है। कभी भी आदर्श स्थिति नहीं होती है। जीवन में सफल होने के लिए वर्तमान परिस्थितियों को स्वीकार करके उपलब्ध संसाधनों व कठोर परिश्रम व बुद्धिमत्ता से ही काम करना होता है। राज्यपाल ने कहा कि छात्रों को अच्छी पुस्तकें पढ़नी चाहिए। अच्छी पुस्तकों से अच्छे विचार विकसित होते हैं, इससे वाणी व कर्म पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। इससे अच्छी आदतें विकसित होती हैं जिसका प्रभाव अच्छे चरित्र के रूप में सामने आता है।
राज्यपाल ने टाॅपर्स कान्क्लेव में प्रतिभाग करने वाले टाॅपर्स व अन्य छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि पांच दिवसीय कान्क्लेव में विभिन्न विषयों पर हुई परिचर्चाओं से अवश्य लाभान्वित हुए होंगे। इस तरह के आयोजनों में प्रतिभाग करने से छात्रों का टेलेंट निखर कर बाहर आता है, आत्मविश्वास बढ़ता है और व्यक्तित्व का विकास होता है।
राज्यपाल ने कहा कि कान्क्लेव में परिचर्चा के लिए प्रासंगिक विषयों का चयन किया गया। यह हमारे लिए बड़े सौभाग्य की बात रही कि भारत रत्न व महान वैज्ञानिक प्रोफेसर सीएनआर राव से बहुत ही सार्थक मार्गदर्शन मिला। उन्होंने वैज्ञानिक अवधारणा के प्रति हमें प्रेरित किया। प्रदेश के जाने-माने शिक्षाविदों व विशेषज्ञों द्वारा गहरी व प्रेक्टीकल जानकारी दी गई।
उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ.धन सिंह रावत ने टाॅपर्स कान्क्लेव की परम्परा प्रारम्भ करने के लिए राज्यपाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा के स्तर को सुधारने का भरसक प्रयास कर रही है। शैक्षणिक केलेंडर को सुनिश्चित किया जाएगा। विश्वविद्यालयों के टाॅपर्स को लैपटाॅप दिया जाएगा। देहरादून में 28 अगस्त से 5 सितम्बर तक पुस्तक मेला का आयोजन किया जाएगा, जिसकी थीम ‘‘पढ़ेगा भारत तो आगे बढ़ेगा भारत’’ होगी। इसमें एकेडमिक सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। उत्तराखण्ड को पूर्ण साक्षर बनाने के लिए प्रत्येक विश्वविद्यालय द्वारा 10 गांव गोद लिए जाएंगे। राज्य में 5 ज्ञान कुम्भ आयोजित किए जाएंगे। 20 डिग्री काॅलेजों में 1-1 स्मार्ट क्लास विकसित की जा रही है। दीक्षांत समारोहों के लिए राज्य की अपनी ड्रेस का डिजायन तैयार किया जा रहा है।
श्रेष्ठ वक्ता के रूप में चयनित सुश्री अंजली जोशी व सुश्री निशा जोशी ने कहा कि टाॅपर्स कान्क्लेव में उन्हें प्रतिष्ठित विद्वानों को सुनने व विभिन्न बिंदुओं पर उनसे अपनी जिज्ञासाओं के समाधान का अवसर मिला। भारत रत्न प्रोफेसर सीएनआर राव को प्रत्यक्ष सुनना सपना साकार होने जैसा था।
टाॅपर्स कान्क्लेव के समापन अवसर पर विश्वविद्यालयों के टाॅपर्स को सम्मानित किया गया। पांच दिनों तक आयोजित परिचर्चाओं में प्रतिभाग करने वाले टाॅपर्स में से दो श्रेष्ठ वक्ता के रूप में चयनित जीबी पंत विवि, पंतनगर की अंजली जोशी व एचएनबी मेडिकल एजुकेशन विवि, देहरादून की निशा जोशी को राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल व उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने सम्मानित किया।कार्यक्रम में सचिव राज्यपाल श्री रविनाथ रमन, विश्वविद्यालयों के कुलपति व अन्य गणमान्य उपस्थित थे।