लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक जी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अयोध्या में आयोजित पर्यटन पर्व के अवसर पर आज रामकथा पार्क में दीपोत्सव कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर 133 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की केन्द्र पोषित पर्यटन परियोजनाओं तथा अन्य विकास कार्यों का शिलान्यास किया गया। रामकथा पार्क में हेलीकाॅप्टर से अवतरित श्रीराम-जानकी के स्वरूपों के पूजन-वन्दन के पश्चात प्रतीकात्मक राज्याभिषेक किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के 10, निःशुल्क बिजली कनेक्शन शहरी के 108 लाभार्थियों को स्वीकृति-पत्र भी प्रदान किये गये। 105 असहाय, निराश्रित महिलाओं, दिव्यांगों एवं बच्चों को वस्त्र एवं मिष्ठान वितरित किये गये।
इस मौके पर राज्यपाल श्री राम नाईक ने अयोध्यावासियों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश और केन्द्र की सरकारें मिलकर राज्य में विकास कार्यों को अंजाम दे रही हैं। यह ठीक उसी प्रकार से है-जैसे गंगा और यमुना नदी का संगम। उत्तर प्रदेश में केन्द्र और राज्य सरकार का संगम हुआ है। यहां पर विकास के मामले में रामराज्य आएगा।
राज्यपाल जी ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम के दर्शन के लिए पूरी दुनिया से श्रद्धालु आते है। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण विश्व को अयोध्या ने प्रेरणा दी है। इसके मद्देनजर अयोध्या में केन्द्र और राज्य सरकार संयुक्त रूप से 133 करोड़ रुपये की पर्यटन और विकास संबंधी परियोजनाओं को मूर्त रुप दे रही हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इन परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं में देरी से लागत बढ़ती है, इसका ध्यान रखा जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार विकास के माध्यम से रामराज्य की परिकल्पना को साकार करेगी। उन्होंने सभी को दीपावली पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अयोध्या के विकास और उसकी सकारात्मक छवि के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। अयोध्या ने मानव कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया है। दुख, दरिद्रता, गरीबी, भेदभाव की भावना को समाप्त किया लेकिन अयोध्या उपेक्षित रही। उन्होंने कहा कि अयोध्या के विकास के लिए आज हम सभी सहभागी बन रहे हैं। इसका विकास चार चरणों में किया जाएगा, जिसके पहले चरण को आज साकार किया जा रहा है।
योगी जी कहा कि देश और दुनिया को दीपोत्सव का त्यौहार देने वाली अयोध्या को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाया जाएगा। विकास के आधार पर अयोध्या को विश्व के मानचित्र पर एक नई पहचान मिलेगी। अयोध्या सहित सभी धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों का सौन्दर्यीकरण एवं विकास किया जाएगा। राज्य को पर्यटन का हब बनाये जाने की शुरुआत अयोध्या से हो चुकी है। अयोध्या ने पूरी दुनिया को मानवता का पाठ पढ़ाया है और यह मानवता की ही धरती रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत निश्चित रुप से एक सशक्त और समर्थ देश बनेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक कोई भी परिवार आवासहीन नहीं रहेगा। वर्ष 2019 तक सभी के पास अपना व्यक्तिगत शौचालय होगा। लोगों की विद्युत सम्बन्धी जरुरतें पूरी होंगी। अयोध्या समेत सभी क्षेत्र विकसित होंगे। गरीब के घर में रसोई गैस का कनेक्शन उपलब्ध हुआ है। मानवता का कल्याण ही रामराज्य है। केन्द्र एवं राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से मानव कल्याण का कार्य कर रही हंै।
योगी जी ने कहा कि नदियाँ हमारी संस्कृति की अभिन्न अंग हैं। इस संस्कृति को बचाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। सरयू जी की आरती प्रारम्भ की जा चुकी है। घाटों का सुन्दरीकरण किया गया है। सरयू जी की धारा को पूर्व जैसा स्वरुप प्रदान करने की योजना को मूर्त रुप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खुशहाली के लिए विकास ही एकमात्र रास्ता है। पूर्वजों और भारतीय संस्कृति को सम्मान देना जरुरी है। समाज के अंतिम व्यक्ति का विकास राज्य सरकार का लक्ष्य है। इस अंतिम व्यक्ति को समाज और राष्ट्र की मुख्य धारा में लाया जाएगा। इससे ही समर्थ और सशक्त भारत बनेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज नौजवान को रोजगार चाहिए जिसकी जिम्मेदारी सरकारों की हैं। इस जिम्मेदारी को राज्य सरकार भली प्रकार समझते हुए पर्यटन और विकास योजनाओं को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि आज वह स्वर्णिम अवसर है जब सभी पूज्य संत एक साथ एक मंच पर आए है और विकास के सहभागी बने हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या को नगर निगम के रुप में मान्यता मिली है और यह अवसर खुशी का है।
योगी जी ने कहा कि रामलीलाओं का मंचन भारत में ही नही बल्कि थाईलैण्ड, इण्डोनेशिया, श्रीलंका सहित विश्व के अनेक देशों में होता है। उन्होंने अपनी थाईलैण्ड यात्रा का स्मरण करते हुए कहा कि वहां पर भगवान श्रीराम की भक्ति में लोगों की आस्था है क्योंकि वे राम को अपना पूर्वज मानते है। इसी प्रकार इण्डोनेशिया मुस्लिम बहुल देश है किन्तु वहां रामलीलाओं का मंचन होता है और आज के इस कार्यक्रम में इण्डोनेशिया की रामलीला मंचन के सभी कलाकार मुस्लिम हैं।
मुख्यमंत्री जी ने पिछले 06 माह में किये गये कार्यों और उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि 86 लाख लघु एवं सीमान्त किसानों का फसली ऋण माफ किया गया। लगभग 37 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की खरीद की गयी है। 25 हजार करोड़ रूपये का बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है। 11 लाख गरीबों को आवास उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जा रही है। कनेक्शन शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब वर्ग के लोगों को निःशुल्क बिजली उपलब्ध कराये गये हैं। अयोध्या में बिजली की आपूर्ति पहले से बेहतर हुई है।
योगी जी ने कहा कि वर्तमान सरकार जाति और परिवार के आधार पर भेदभाव नही करती है। उन्होंनें लोगों से विकास के साथ जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि इससे रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दीपावली का अवसर संकल्प लेने का अवसर है। इससे ‘संकल्प से सिद्धि’ कार्यक्रम को मूर्त रुप दिया जा सकेगा। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि जब भारत अपनी आजादी का 75 वर्ष मना रहा होगा तब देश गंदगी, गरीबी, साम्प्रदायिकता, जातिवाद, नक्सलवाद और आतंकवाद से मुक्त भारत होगा।
इस अवसर पर अयोध्या के पूज्य संत श्रीराम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महन्त नृत्य गोपालदास जी महाराज, बड़ा स्थान राजा दशरथ जी के महल के महन्त देवेन्द्र प्रसादाचार्य जी महाराज, सुग्रीव किला के महन्त पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज, श्री राम दिनेशाचार्य जी महाराज, जगदगुरु विद्या भास्कर जी महाराज, अशर्फी भवन के जगदगुरु धराचार्य जी महाराज, महन्त जगदगुरु राघवाचार्य जी महाराज, जानकी घाट वेदान्ती मन्दिर के महन्त राजकुमार दास जी, पूर्व सांसद एवं हिन्दू धाम के डाॅ0 राम विलास वेदान्ती जी महाराज, दिगम्बर अखाड़ा के अध्यक्ष महन्त सुरेश दास जी महाराज, राजगोपाल मन्दिर के महन्त कोशल किशोर दास जी महाराज, श्री महन्त हनुमत निवास, हनुमत भवन के महन्त सियाराम शरण जी, अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं हनुमान गढ़ी के महन्त ज्ञानदास जी महाराज उपस्थित थे।
निर्वाणी अनि अखाड़ा के महन्त धर्मदास जी महाराज, बड़ा भक्त माल के महन्त अवधेश दास जी महाराज, लक्ष्मण किला के महन्त शरण राम जी, अध्यक्ष संत समिति महन्त कन्हैया दास जी महाराज, रामायणी कथा मण्डपम के महन्त रामानन्द दास जी महाराज, महन्त अर्जुन दास जी महाराज, ब्रम्ह कुण्ड के महन्त ज्ञानी गुरूजीत सिंह, वैष्णव दास जी महाराज, उदासीन अखाड़ा के महन्त भरत दास जी महाराज, हनुमान गढ़ी नाका के महन्त राम दास जी महाराज, रंग महल के महन्त राम शरण दास जी महाराज, रावत मन्दिर के महन्त राम मिलन दास जी महाराज तथा जानकी घाट बड़ा स्थान के महन्त जनमेज्य शरण जी महाराज भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
पर्यटन मंत्री डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी ने राज्यपाल जी एवं मुख्यमंत्री जी सहित सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम को केन्द्रीय संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) डॉ0 महेश शर्मा, केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्री के0 जे0 अल्फोन्स उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ0 दिनेश शर्मा, ने भी सम्बोधित किया। औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री श्रीकांत शर्मा, सूचना राज्य मंत्री डॉ0 नीलकंठ तिवारी सहित अन्य मंत्रीगण, जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
इसके पूर्व, भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन को दर्शाते हुए भव्य शोभा यात्रा अयोध्या के मुख्य मार्गों से होकर रामकथा पार्क में पहुंची। इस शोभा यात्रा को सूचना राज्य मंत्री श्री नीलकंठ तिवारी ने झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस शोभा यात्रा में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन चरित को दर्शाती झांकियों का प्रदर्शन किया गया।
रामकथा पार्क में शोभा यात्रा के पहुंचने के बाद श्रीराम-सीता का हैलीकप्टर से अवतरण हुआ। राज्यपाल जी और मुख्यमंत्री जी ने शोभा यात्रा का अवलोकन किया। रामकथा पार्क आगमन पर श्रीराम जानकी का पूजन वन्दन व आरती की गयी। श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक किया गया। प्रातः में कंचन भवन से नागेश्वरधाम तक मोक्षदायनी हेरिटेज वॉक सम्पन्न हुई।