लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक ने डाॅ0 वज़ाहत हुसैन रिजवी द्वारा लिखित एवं साहित्य अकादमी, नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘अली जवाद जै़दी’ के हिन्दी संस्करण का विमोचन किया। डाॅ0 वजाहत हुसैन रिज़वी ने ‘अली जवाद जै़दी’ पुस्तक उर्दू भाषा में लिखी थी तथा उन्होंने अब इसे हिन्दी भाषा में भी अनूदित किया है।
राज्यपाल ने कहा कि स्व0 अली जवाद ज़ैदी उर्दू की लोकप्रिय साहित्यिक पत्रिका ‘नया दौर’ के संस्थापक-सम्पादक थे। उन्होंने उर्दू सहित अन्य भाषाओं में 80 से ज्यादा पुस्तकों का लेखन किया है। स्व0 जैदी को समर्पित हिन्दी में प्रकाशित यह पुस्तक एक सराहनीय प्रयास है। पुस्तक के माध्यम से हिन्दी पाठकों को भी स्व0 अली जवाद जै़दी की असाधारण व्यक्तित्व एवं बहुमुखी प्रतिभा की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। स्व0 अली जवाद जै़दी को उनके साहित्यिक एवं सामाजिक सेवा के लिए 1988 में पद्मश्री सम्मान से अंलकृत किया गया था। उन्होंने कहा कि साहित्य अकादमी, नई दिल्ली ने पुस्तक को भारतीय साहित्य के निर्माता श्रृंखला के अंतर्गत शामिल करके अभिनन्दनीय कार्य किया है।
श्री नाईक ने कहा कि स्व0 जैदी स्वतंत्रता सेनानी थे और गांधी जी के विचारों का उन पर बहुत प्रभाव था। वे उर्दू के साथ-साथ अन्य भारतीय भाषाओं के भी अच्छे ज्ञाता थे। उन्होंने सूचना विभाग, उत्तर प्रदेश से लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार तथा अन्य संस्थाओं के उच्च पदों पर कार्य करते हुए अपनी साहित्यिक यात्रा को निर्बाध जारी रखा। इसी कारण उर्दू जगत के प्रतिष्ठित समालोचक, शोधकर्ता, साहित्यकार, संकलक, शायर तथा पत्रकार के रूप में उनकी सेवाओं की चर्चा अपरिहार्य हो जाती है। उन्होंने कहा कि ज़ैदी ने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय योगदान दिया और जेल की यातनाएं भी बर्दाश्त कीं।
ज्ञातव्य है कि पुस्तक के लेखक डाॅ0 वजाहत हुसैन रिज़वी एक दशक से अधिक समय तक सूचना विभाग उत्तर प्रदेश की उर्दू मासिक पत्रिका ‘नया दौर’ के सम्पादक रह चुके हैं। डाॅ0 रिज़वी के ‘नया दौर’ के सम्पादक रहते हुए पत्रिका के 25 संग्रहणीय विशेषांक प्रकाशित हुए, जिनमें ‘अली जवाद जै़दी’ विशेषांक भी सम्मिलित है। वर्तमान में डाॅ0 रिजवी, उप निदेशक सूचना, मेरठ मण्डल के पद पर कार्यरत हैं जिनकी अब तक सात पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। डाॅ0 वजाहत हुसैन रिज़वी को उनके द्वारा लिखित पुस्तकों के लिए पुरस्कृत एवं सम्मानित भी किया जा चुका है।