नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने गिनी के कोनेक्री में आईवरीकॉस्ट में भारत के राजदूत श्री सैलाश थंगल द्वारा आयोजित भारतीय समुदाय स्वागत समारोह में भाग लिया।
राष्ट्रपति ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और गिनी की पूरक ताकतों को देखते हुए व्यापार एवं निवेश में एवं दोनों देशों की द्विपक्षीय प्रगति के लिए व्यवसाय में अनगिनत अवसर हैं। स्वास्थ्य देखभाल से लेकर इबोला के विरूद्ध लड़ाई, कृषि, परिवहन से लेकर ऊर्जा सुरक्षा तक गिनी के साथ हमारे संबंधों में विकास सहयोग एक प्रमुख तत्व है। उन्होंने नोट किया कि गिनी में भारतीय समुदाय हालाकि संख्या में कम है पर वे गतिशील हैं और देश की प्रगति में उल्लेखनीय योगदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे इस देश में चाहे जिस क्षमता में हों, उनमें से प्रत्येक ने सम्मान अर्जित किया है तथा अपने लिए तथा भारत के लिए एक नाम प्राप्त किया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि हम अपने प्रवासी भारतीयों को हमारी रूपान्तरकारी यात्रा के एक अंतरंग हिस्से के रूप में देखते हैं। गिनी में उनके विचारों, उद्यम एवं जमीनी उपस्थिति के जरिए वे भारत में प्रगति एवं विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। उन्होंने उन्हें आश्वस्त किया कि जब भी उन्हें हमारी आवश्यकता होगी हम उनके साथ दृढ़ता एवं मजबूती से खड़े रहेंगे।
01 अगस्त, 2019 को राष्ट्रपति कोविन्द को राष्ट्रपति कुन्डे द्वारा उनके सम्मान में आयोजित एक प्रतिभोज में गिनी का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार नेशनल ऑर्डर ऑफ मेरिट प्रदान किया गया। राष्ट्रपति ने इस सम्मान को भारत के लोगों, उनके सम्मान और गिनी के निवासियों के सम्मान और गिनी-भारत मित्रता को समर्पित किया।
आज (03 अगस्त, 2019) राष्ट्रपति तीन देशों- बेनिन, गांबिया एवं गिनी की यात्रा के सफल समापन पर भारत की वापसी यात्रा की शुरूआत करेंगे। उनके कल सुबह नई दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है।