नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने स्वदेशी जिओसिंक्रोनस सेटेलाइट लांच वेकिल मार्क III (जीएसएलवी-एमके III) रॉकेट के सफलतापूर्वक प्रेक्षेपित करने पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को बधाई दी है। यह रॉकेट अपने साथ संचार उपग्रह जी सैट-19 जिओसिंक्रोनस अंतरण कक्षा (जीटीओ) में लेकर गया है।
अंतरिक्ष विभाग के सचिव, अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष और इसरो के अध्यक्ष श्री एस.किरण कुमार को भेजे संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि आपको और इसरो की आपकी पूरी टीम को जिओसिंक्रोनस अंतरण कक्षा में ले जाए गए संचार उपग्रह जी सैट-19 स्वदेशी सेटेलाइट लांच वेकिल मार्क III (जीएसएलवी-एमके III) के सफल प्रेक्षेपण पर हृदय से बधाई देता हू्ं।
जीएसएलवी-एमके III भारत द्वारा अब तक बनाया गया सबसे भारी रॉकेट है और सबसे भारी सैटेलाइट जाने की क्षमता रखता है। देश को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर गर्व है।
कृपया वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, टैक्नोलॉजिस्टकों तथा इस मिशन से जुड़े सदस्यों को मेरी ओर से बधाई दें। मैं आने वाले वर्षों में इसरो की निरंतर सफलता की कामना करता हूं।
3 comments