नई दिल्ली: केन्द्रीय विद्युत, कोयला, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और खान मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज भोपाल में दुनिया की सबसे बड़ी एकल स्थल सौर ऊर्जा परियोजना ‘रीवा अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा परियोजना (यूएमएसपीपी, 750 मेगावाट)’ की क्रियान्वयनकारी एजेंसी रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड के साथ दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) और मध्य प्रदेश विद्युत प्रबंधन कंपनी (एमपीपीएमसी) के बीच विद्युत खरीद समझौते (पीपीए) पर हस्ताक्षर के लिए आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर केन्द्रीय शहरी विकास, आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन और सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।
श्री नायडू ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश एक विशेष राज्य है,जहां विशाल संसाधन भंडार है और जिसका दोहन श्री चौहान के नेतृत्व में हो रहा है। श्री नायडू ने कहा कि सभी को चौबीसों घंटे किफायती एवं गुणवत्तापूर्ण बिजली मुहैया कराने संबंधी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मध्य प्रदेश ने सौर ऊर्जा की दर को सफलतापूर्वक घटाकर 3.30 रुपये प्रति यूनिट के स्तर पर ला दिया है, जो अपने-आप में एक बड़ी क्रांति है। मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश के सात शहरों ने भी प्रथम चरण में स्मार्ट सिटी के रूप में अर्हता प्राप्त की है, जिसमें कुल मिलाकर 20 शहर शामिल हैं। श्री नायडू ने कहा कि लोगों की सक्रिय भागीदारी और राज्य के गतिशील नेतृत्व से ही यह संभव हो पाया है।
श्री चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने अपने प्रदर्शन के लिए ये तीन मार्गदर्शक सिद्धान्त निर्धारित किये हैं – न्यायसंगत विकास, सामाजिक सशक्तिकरण और टिकाऊ विकास। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक दशक पहले यहां तक कि जल, बिजली और सड़कें भी राज्य में चुनौतियों के रूप में विद्यमान रहती थीं, लेकिन अब क्रियान्वित किये जा रहे गतिशील विकास मॉडल की बदौलत वार्षिक आधार पर कृषि विकास इस साल 25 फीसदी के आंकड़े को छू लेगा। इसी तरह देश में सबसे सस्ती सौर ऊर्जा सुनिश्चित करने वाली परियोजनाएं रीवा में क्रियान्वित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश अब भारत में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी राज्य बन गया है।
राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के स्तर में अभूतपूर्व वृद्धि सुनिश्चित करने की दिशा में अथक प्रयास करने के लिए श्री चौहान को बधाई देते हुए श्री पीयूष गोयल ने यह जानकारी दी कि रीवा यूएमएसपीपी ने ऐतिहासिक परिणाम दर्शाये हैं। उदाहरण के लिए, प्रथम वर्ष में प्रति यूनिट बिजली की दर 2.97 रुपये के न्यूनतम स्तर पर थी। वहीं, दुनिया की सबसे बड़ी सोलर कंपनियों के बीच 33 घंटे चली मैराथन ऑनलाइन नीलामी के दौरान 25 वर्षों की लंबी अवधि के लिए 3.30 रुपये की सपाट दर तय की गई है। रीवा यूएमएसपीपी दिल्ली मेट्रो के लिए सौर ऊर्जा की अंतर्राज्यीय बिक्री करने वाली पहली विद्युत परियोजना है। श्री गोयल ने कहा कि इससे दिल्ली मेट्रो को भारी-भरकम बचत होगी, क्योंकि प्रति यूनिट विद्युत लागत पहले 4.50 रुपये से भी अधिक थी, जो अब घटकर 3.30रुपये के स्तर पर आ गई है।
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