नई दिल्ली: रेलवे सुरक्षा बल के परिवीक्षाधीन अधिकारियों के एक समूह ने को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने परिवीक्षाधीन अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह परीक्षा सबसे कठिन प्रतियोगिताओं में से एक है और अधिक महत्वपूर्ण यह है कि आप लोगों ने लोकसेवा के लिए प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा कि यह संतोष की बात है कि प्रतिष्ठित संस्थानों से उच्च योग्यता प्राप्त करने के बाद आप लोगों ने भारत के लोगों की सेवा करने का निर्णय लिया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय रेलवे दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि परिवीक्षाधीन अधिकारियों के रूप में आपने जो कैरियर चुना है, वह न केवल चुनौतीपूर्ण है, बल्कि उन्हें रेलवे के विशाल तंत्र में यात्रियों की संरक्षा और सुरक्षा के लिए नवीन साधन विकसित करने के लिए भी बहुत अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह करते हुए कहा कि उन्हें यह याद रखना चाहिए कि रेलवे की संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए वे जनसेवा का एक अंत्यत महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं और साथ ही साथ राष्ट्र के विभिन्न भागों को जोड़ते हुए एकजुटता प्रदान कर रहे हैं। राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि रेलवे को अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा कहा जाता है। वस्तुओं, सेवाओं और यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक स्थानांतरण मात्र भौतिक रूप में नहीं, बल्कि देश के लोगों को एक साथ जोड़ने के समान है।