नयी दिल्ली: रेल मंत्रालय अपने पूरे नेटवर्क में 16 से 31 अगस्त 2017 तक स्वच्छता पखवाड़ा मना रहा है। स्वच्छ भारत अभियान के नोडल मंत्रालय अर्थात केन्द्रीय पेय जल एवं स्वच्छता मंत्रालय द्वारा रेल मंत्रालय को यह समयावधि आवंटित की गयी है। पकवाड़े के विस्तृत दिशा-निर्देश तैयार किए गए हैं और भारतीय रेलवे की प्रत्येक इकाई में परिपत्रित किए गए हैं। पूरे नेटवर्क को बहुत प्रभावी तरीके से पखवाड़ा मनाने के लिए तैयार किया जा रहा है। रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने इस पखवाड़े को बहुत सफल बनाने के लिए तथा पूरे पखवाड़े के दौरान रेलवे स्टेशनों और रेलों की सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए रेल प्रशासन को निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी निर्देश दिए हैं कि वे इस अभियान के दौरान जागरूक रहें और स्वच्छता पखवाड़े के दौरान विभिन्न गतिविधियों में मजबूती से शामिल रहें। ऐसी गतिविधियों में शामिल एनजीओ और अन्य संगठनों को भी इस अवधि के दौरान शामिल किया जाए।
इस पखवाड़े को ‘रेल स्वच्छ पखवाड़े’ का नाम दिया गया है। पखवाड़े की हर तारीख स्वच्छता से संबंधित एक विशेष विषय से जुड़ी है।
- 16/08/2017 : स्वच्छ जागरूकता – यह दिवस रेलवे कर्मचारियों और सफाई कर्मचारियों को स्च्छता की शपथ दिलाकर शुरू किया जाना चाहिए। इस दिन स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत के नारे के साथ सुबह प्रभात फेरियां निकाली जानी चाहिए। इसके पीछे सभी रेलवे कर्मचारियों और उनके परिवारों को अपने निवास के आस-पास के क्षेत्र में साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए जागरूक किया जा सके। एनजीओ, धार्मिक निकायों और स्कूली बचचों की सहायता से स्वच्छता के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किये जा सकते हैं। ईएनएचएम अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए कार्यशालाएं और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाने चाहिए। यात्री सेवाओं में शामिल अधिकारियों के साथ-साथ अन्य विभागों अधिकारियों और कर्मचारियों को भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। उन्हें स्वच्छता पखवाड़े के उद्देश्यों और तत्वों के बारे में भी जानकारी दी जानी चाहिए।
- 17/08/2017 : स्वच्छ संवाद (जन स्वच्छता संवाद) – सभी डीआरएम को स्वच्छता पर सेमिनार आयोजित करने चाहिए औऱ एनजीओ चेरिटेबल संस्थानों, स्काउट्स और गाइड्स, यूनियनों और सभी कर्मचारियों को शामिल करके रेलवे स्टेशनों को साफ सुथरा रखें और नजदीकी रेलवे स्टेशनों पर स्वच्छता अभियान चलाएं। इसमें यात्रियों और अन्य हितधारकों को भी शामिल किया जाना चाहिए। स्कूलों में स्वच्छता के विषय पर पेंटिंग और पोस्टर प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जानी चाहिए।
- 18/08/2017 : स्वच्छ संवाद (इन-हाउस स्वचछता संवाद) – इन-हाउस स्वच्छता और रेलवे कालोनियों तथा रेलवे परिसरों में अन्य संस्थानों की साफ-सफाई पर सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित की जानी चाहिए। रेलवे कालोनियों, विश्राम गृहों, डोरमैट्री, रनिंग रूम, अस्पतालों और स्वास्थ्य इकाइयों, कॉलेजों और स्कूलों जैसे रेलवे परिसरों में स्थित सभी संस्थानों में कूड़ा-कचरा न फैलाने संबंधी सूचनाएं प्रदर्शित करके स्वच्छता जागरूकता अभियान आयोजित किये जाएं। इसके लिए सीसीटीवी, जागरूकता वाले पोस्टर और स्लोगन, नुक्कड़ शो आयोजित किये जाएं। जन संबोधन प्रणालियों और पोस्टरों के माध्यम से सभी श्रेणियों की यात्रा में पेपरलैस यात्रा के अधिक से अधिक उपयोग को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। स्वच्छता जागरूकता के संबंध में यात्री जनता से फीडबैक संदेश सहित लिया जाए और उसकी जानकारी 139 नम्बर पर दी जाए।
- 19/08/2017 : स्वच्छ स्टेशन – सभी ए-वन और ए श्रेणी के स्टेशनों पर सघन स्वच्छता अभियान चलाया जाए। सफाई मशीनों, उपकरणों, संयंत्रों की उपलब्धता और कार्य चालन तथा साफ-सफाई कर्मियों के लिए सुरक्षा उपाय भी सुनिश्चित किये जाने चाहिए। ए-वन और ए श्रेणी के स्टेशनों पर बोर्ड के मौजूदा निर्देशों के रूप में कूड़े-कचरे को अलग-अलग एकत्र करने के लिए अलग-अलग कूड़ेदान उपलब्ध कराए जाएंगे। रेल उपयोगकर्ताओं में जागरूकता पैदा करने के लिए ‘डेस्टबिन भरो डेस्टबिन दान करों’ अभियान भी चलाया जाए।
- 20/08/2017 : स्वच्छ स्टेशन : यह दिवस ए-1 और ए श्रेणी के अलावा सभी स्टेशनों की सफाई को समर्पित होगा। कचरे को इधर-उधर फैलने से रोकने के लिए अलग कूड़ेदान लगाने को प्रोत्साहित किया जाएगा। प्लास्टिक को दबाकर नष्ट करने के लिए प्लास्टिक बोतल क्रशर लगाए जाएंगे ताकि प्लास्टिक फेंकने के कारण नाली अथवा पानी की निकासी के रास्ते बंद न हों। महत्वपूर्ण स्टेशनों के कम से कम एक प्लेटफॉर्म पर यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं ताकि उसे“कचरा मुक्त”बनाया जा सके यानि वहां कचरा इधर-उधर न फैले। “स्वच्छ पखवाड़ा” के दौरान, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सौर ऊर्जा से चलने वाले सभी उपकरण ठीक तरीके से कार्य करें। यह प्रयास किया जाएगा कि लोगों को प्लाटिक के इस्तेमाल के लिए हतोत्साहित किया जाए और इस अवधि के दौरान संभागीय रेलवे का कम से कम एक स्टेशन प्लास्टिक मुक्त हो। इन गतिविधियों पर सीसीटीवी के जरिये निगरानी की जाए और क्रियाकलापों का विवरण “स्वच्छ पखवाड़ा” की समाप्ति पर विस्तृत रिपोर्ट के रूप में रेलवे बोर्ड के पास भेजी जाए।
- 21/08/2017 : स्वच्छ रेलगाड़ी – रेलों में साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों के दलों द्वारा सूचीबद्ध ट्रेनों की सघन जांच और साफ-सफाई की जाए।
- 22/08/2017 : स्वच्छ रेलगाड़ी – दिनांक 21.08.2017 के अभियान में शामिल नहीं की गईं सभी अन्य रेलगाडि़यों में इस दिन सघन जांच/साफ-सफाई की जानी चाहिए। सभी रेलों की वाशिंग लाइन, रेलवे यार्डों और स्टेशनों में भी जांच पड़ताल की जाए। रेलवे जांच पड़ताल में शौचालयों और लेनन की गुणवत्ता शामिल की जाए। यात्रियों से सुझाव/फीडबैक प्राप्त किये जाएं और उन पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
- 23/08/20173 : स्वच्छ परिसर (स्वच्छ कार्यस्थल) – अस्पताल, स्कूल, कोचिंग डिपो और लॉबियों सहित कार्यालयों की साफ सफाई और स्थिति सुधारने के लिए सघन अभियान चलाया जाना चाहिए। स्टेशन परिसरों के क्षेत्रों में अपेक्षित सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं और अनाधिकृत कब्जे हटाए जाएं। सभी नालियों की सफाई भी की जाए।
- 24/08/2017: स्वच्छ परिसर (स्वच्छ आवासीय परिसर) – रेलवे कॉलोनी, रिटायरिंग/प्रतीक्षा कक्षों, रेस्ट हाउस, डोरमेट्रीज, रनिंग रूमों आदि में इस दिन सघन साफ-सफाई की जानी चाहिए। जहां-जहां से प्लास्टर उखड़ गये हैं, उनकी भी दीवारों, छतों, फर्श आदि के साथ मरम्मत की जाए और बिजली की फिटिंग भी की जानी चाहिए। कूड़ा-कचरा साफ करने के लिए सघन अभियान चलाया जाना चाहिए। सामान्य रूप से नजरअंदाज किये गये क्षेत्रों को भी इस अभियान में शामिल किया जाए। रेलवे कालोनियों में ऊर्जा संयंत्रों के लिए कूड़ा कचरा भेजने के लिए सीएसआर को बुलाया जाए। इस दिन रेलवे अस्पतालों/स्वास्थ्य इकाइयों की पूरी तरह सफाई की जानी चाहिए। कूडे कचरे को अलग-अलग करने के प्रयासों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। बच्चों को परिसर साफ करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। पेड़-पौधे लगाकर परिसरों का सौंदर्यकरण किया जाना चाहिए।
- 25/08/2017: स्वच्छ आहार – इस दिन सभी कैंटीनों की पूरी तरह साफ सफाई की जानी चाहिए।
- 26/08/2017: स्वच्छता आहार – स्टेशन की वैंडिंग इकाइयों के क्रम में इस दिन रेलगाडि़यों की सभी पेंट्रीकरों की सघन साफ सफाई की जाए। सभी कैटरिंग इकाइयों को अपने परिसरों को स्वच्छ बनाने के लिए निर्देश दिए जाने चाहिए और यात्रियों को स्वच्छ और ताजा खाना उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। यात्रियों को दिये गये खाने की गुणवत्ता के बारे में यात्रियों के फीडबैक लिये जाएं और खाने के नमूने जांच हेतु लिये जाएं।
- 27/08/2017: स्वच्छ नीर – सभी स्टेशनों के साथ-साथ रेलगाडि़यों में पीने के पानी के लिए फिल्टर प्लांट, जलापूर्ति साधनों और नलों सहित सभी जल संस्थापनों की व्यापक जांच की जानी चाहिए।
- 28/08/2017 – स्वच्छ नीर (क्लीन वाटर) – इस दिन सभी कार्यालयों, रेलवे कॉलोनियों/अस्पतालों/स्वास्थ्य इकाइयों/विद्यालयों आदि में स्थापित सभी जल संयंत्रों का इस गहन निरीक्षण किया जाना चाहिए।
- यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि यहां गुणवत्तापूर्ण पेयजल की सुविधा उपलब्ध हो और प्रतीक्षालय, रिटायरिंग रूम, प्लेटफॉर्म, रेल आदि यात्री सेवा वाली जगहों पर पानी की किल्लत न हो। स्वच्छता के नज़रिए से पेयजल आपूर्ति मशीनों एवं कूलरों का निरीक्षण किया जाना चाहिए और जल की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए ज़रूरी नमूनों की जांच भी की जानी चाहिए। वर्षा जल संचयन और पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग) संयंत्रों को स्थापित किए जाने के प्रयासों को बल दिया जाना चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि रेलवे परिसर में किसी भी स्थान पर पेयजल की समस्या न हो।
- 29/08/2017 – स्वच्छ प्रसाधन – यह दिन रेलवे स्टेशनों, कोच डिपो, रेल और आसपास के क्षेत्रों में स्थित शौचालय खंडों की गहन सफाई को समर्पित किया जाना चाहिए। जल उपलब्धता, पाइपों की लीकेज, जल निकासी व्यवस्था आदि पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए और जहां कहीं भी आवश्यक हो, टूटे हुए सामानों को तुरंत प्रभाव से बदला जाना चाहिए। रेलवे स्टेशन अथवा रेलवेट्रेक से लगे स्थानों पर खुले में शौच करने वाले लोगों को ऐसा करने से रोकने के लिए प्रोत्साहितकिया जाना चाहिए।
- 30/08/2017 – स्वच्छ प्रतिस्पर्धा – स्वच्छता के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा की जानी चाहिए और उन इकाइयों की सराहना की जानी चाहिए जिन्हें नियमित रूप से साफ किया जाता है। साफ-सफाई से जुड़ी गतिविधियों पर काम करने वाले पर्यवेक्षकों/कर्मचारियों को उपयुक्त रूप से मान्यता देने के साथ-साथ उनकी सराहना की जानी चाहिए।
- 31/08/2017 – समीक्षा/संक्षिप्ती – इस दिन पखवाड़े के दौरान किए गए कार्यों की समीक्षा की जानी चाहिए और फोटो एवं वीडियो सहित विस्तृत रिपोर्ट प्रत्येक रेलवे को अपनी वेबसाइट पर अपलोड करनी चाहिए। अभियान की आवश्यक कवरेज सोशल, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में कराई जानी चाहिए।
इस अवधि के दौरान, स्वच्छ ऊर्जा अभियान के अंतर्गत सौर ऊर्जा के संग लगाए गए उपकरणों को पूर्ण रूप से कार्यात्मक बनाया जाएगा। सौर ऊर्जा संयंत्रों को स्थापित करने के लिए प्रस्तावों को तीव्र गति प्रदान की जाएगी।
यात्री और गैर यात्री स्थानों में स्वच्छता के लिए ए1 और ए श्रेणी के स्टेशनों पर विशेष रूप से ज़ोर दिया जाएगा।
विभिन्न स्तरों पर इस अभियान की निगरानी करने के लिए उपयुक्त वरिष्ठ अधिकारियों को नामित किया जाएगा। जहां कहीं भी सीसीटीवी लगे हुए हैं, वहां सीसीटीवी के जरिए स्वच्छता अभियान की निगरानी करने का प्रस्ताव किया गया है।
इस पखवाड़े के दौरान सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के लिए करीब 200 ट्रेनों की पहचान की गई है। ट्रेनों की सूची नीचे दी गई है।
- प्रीमियम ट्रेनः
- सभी शताब्दी, राजधानी और दुरंतों रेल।
- सभी जनशताब्दी और संपर्क क्रांति रेल।
- गतिमान, तेजस, हमसफर और अंत्योदय जैसी सभी अन्य रेल।
- अन्य ट्रेनः
1 | 11077/78 | पुणे | जम्मूतवी |
2 | 12151/52 | मुंबई (एलटीटी) | हावड़ा |
3 | 12137/38 | मुंबई (सीएसटीएम) | फिरोजपुर |
4 | 11065/66 | मुंबई (एलटीटी) | दरभंगा |
5 | 18401/02 | पुरी | ओखा |
6 | 12803/04 | विशाखापटनम | हजरत निजामुद्दीन |
7 | 12859/60 | मुंबई (सीएसटीएम) | हावड़ा |
8 | 12801/02 | पुरी | नई दिल्ली |
9 | 13201/02 | राजेन्द्रगगर | मुंबई (एलटीटी) |
10 | 12321/22 | हावड़ा | मुंबई |
11 | 13005/06 | हावड़ा | अमृतसर |
12 | 12311/12 | हावड़ा | कालका |
13 | 12511/12 | गोरखपुर | त्रिवेंद्रम |
14 | 12591/92 | गोरखपुर | बंगलौर |
15 | 12589/90 | गोरखपुर | सिकंदराबाद |
16 | 15017/18 | गोरखपुर | मुंबई (एलटीटी) |
17 | 12515/16 | गुवाहाटी | तिरुअनंतपुरम |
18 | 15667/68 | कामाख्या | गांधीधाम |
19 | 12509/10 | गुवाहाटी | बंगलौर |
20 | 12505/06 | गुवाहाटी | नई दिल्ली |
21 | 14055/56 | दिल्ली | डिब्रूगढ़ |
22 | 12477/78 | जामनगर | कटरा |
23 | 12475/76 | हापा | कटरा |
24 | 12471/72 | बांद्रा (टी) | कटरा |
25 | 12715/16 | नांदेड़ | अमृतसर |
26 | 12791/92 | सिकंदराबाद | पटना |
27 | 12723/24 | हैदराबाद | नई दिल्ली |
28 | 17229/30 | हैदराबाद | तिरुअनंतपुरम |
29 | 12703/04 | हावड़ा | सिकंदराबाद |
30 | 18237/38 | बिलासपुर | अमृतसर |
31 | 12833/34 | अहमदाबाद | हावड़ा |
32 | 12863/64 | हावड़ा | यशवंतपुर |
33 | 18029/30 | शालीमार | मुंबई (एलटीटी) |
34 | 12809/10 | मुंबई (सीएसटीएम) | हावड़ा |
35 | 12839/40 | हावड़ा | चेन्न्ई |
36 | 18645/46 | हावड़ा | हैदराबाद |
37 | 12625/26 | तिरुअनंतपुरम | नई दिल्ली |
38 | 12621/22 | चेन्न्ई | नई दिल्ली |
39 | 12615/16 | चेन्न्ई | नई दिल्ली |
40 | 12655/56 | चेन्न्ई | अहमदाबाद |
41 | 12295/96 | बंगलौर | पटना |
42 | 16533/34 | बंगलौर | जोधपुर |
43 | 16501/02 | अहमदाबाद | यशवंतपुर |
44 | 11463/64 | जबलपुर | सोमनाथ |
45 | 12903/04 | मुंबई (बीसीटी) | अमृतसर |
46 | 19037/38 | मुंबई (बीडीटीएस) | गोरखपुर |
47 | 12925/26 | मुंबई (बीडीटीएस) | अमृतसर |
48 | 12947/48 | अहमदाबाद | पटना |
49 | 15203/04 | बरौनी | लखनऊ |
50 | 12553/54 | बरौनी | नई दिल्ली |
51 | 12391/92 | राजगीर | नई दिल्ली |
52 | 15047/48 | गोरखपुर | कोलकाता |
53 | 12487/88 | दिल्ली (एएनवीटी) | जोगबाणी |
54 | 12237/38 | वाराणसी | जम्मूतवी |
55 | 14611/12 | अमृतसर | गोरखपुर |
56 | 14257/58 | नई दिल्ली | वाराणसी |
57 | 22417/18 | नई दिल्ली | वाराणसी |
58 | 19707/08 | मुंबई (बीडीटीएस) | जयपुर |
59 | 17479/80 | तिरुपति | पुरी |
60 | 12701/02 | हैदराबाद | मुंबई (सीएसटीएम) |
61 | 18233/34 | बिलासपुर | इंदौर |
62 | 16859/60 | चेन्न्ई ईजी | मंगलौर |
63 | 16779/80 | रामेश्वरम | तिरुपति |
64 | 16593/94 | नांदेड | बंगलौर |
65 | 19805/06 | कोटा | उधमपुर |
66 | 12191/92 | नई दिल्ली | जबलपुर |
67 | 19031/32 | अहमदाबाद | हरिद्वार |
68 | 12955/56 | मुंबई (बीसीटी | जयपुर |
69 | 12915/16 | दिल्ली | अहमदाबाद |
‘स्वच्छता पखवाड़े’ का एक सप्ताह पूरा होने के बाद एक मध्य-पखवाड़ा समीक्षा आयोजित की जाएगी।
पखवाड़े की समाप्ति के बाद स्वच्छता पखवाड़े के दौरान किये गये कार्य का जायजा लेने के लिए संभागीय रेलवे/सार्वजनिक उपक्रमों/सीटीआई द्वारा प्रस्तुत व्यापक रिपोर्टों का संकलन किया जाएगा।