महान टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर ने विंबलडन फाइनल में क्रोएशिया के मारिन सिलिच को सीधे सेटों में हराते हुए ग्रास कोर्ट पर एक नया अध्याय लिख दिया। रिकॉर्ड 11वीं बार फाइनल में पहुंचे दुनिया के पूर्व नंबर वन फेडरर ने सिलिच को 6-3,6-1,6-4 से हराते हुए ग्रास कोर्ट पर नया इतिहास रच दिया।
फेडरर ने रिकॉर्ड 19वें ग्रैंड स्लैम के साथ रिकॉर्ड आठवीं बार ग्रास कोर्ट पर जीत दर्ज की। इस जीत के साथ उन्होंने अमेरिका के पूर्व दिग्गज पीट सैंप्रास के सबसे अधिक सात जैन्टलमैन टाइटल जीतने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। 35 साल के फेडरर ओपन एरा में विंबलडन टाइटल जीतने वाले सबसे अधिक उम्र के खिलाड़ी भी बन गए हैं।
विंबलडन जीतने के लिए फेडरर ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के बाद से ही रणनीति बनानी शुरु कर दी थी और क्ले कोर्ट सेशन से खुद को दूर रखा था। उनका ये फैसला काफी फायदेमंद साबित हुआ। बेहतरीन रिटर्न, बैकहैंड और तेज दिमाग के साथ फेडरर ने पहले सेट में दो बार सिलिच की सर्विस ब्रेक की। दूसरे सेट में सिलिच काफी थके और पिछड़ते नजर आए जिसका फायदा फेडरर ने उठाया और दूसरे सेट को आसानी के साथ 6-1 से जीत लिया।
ग्रास कोर्ट में आठवें खिताब के लिए फेडरर 2012 से संघर्ष कर रहे थे लेकिन फाइनल में नोवाच जोकोविच और एंडी मर्रे ने उन्हें खिताब और रिकॉर्ड दूर रखा। लेकिन सभी दिग्गजों के सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद फेडरर को टाइटल जीतने से रोकना किसी भी खिलाड़ी के बस में नहीं था। दर्शक और टेनिस प्रशंसक एक कड़े फाइनल की उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन सिलिच के खेल ने सभी की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया।