नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु ने आईएएस अधिकारियों से कहा है कि वे लोगों को भारत में व्यापक बदलाव लाने के सक्रिय वाहकों के रूप में देखे, न केवल ‘लक्ष्य समूहों’ या ‘लाभार्थियों’ के रूप में, जैसा कि हम उन्हें कहते रहे हैं। वह आज यहां भारत सरकार में सहायक सचिवों के रूप में तैनात 2016 बैच के भारतीय प्रशासनिक अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि जब तक यह दृष्टिकोण हमारे योजना निर्माण एवं कार्यान्वयन प्रक्रिया का अंतरंग हिस्सा नही बन जाता, हमारी योजनाएं सफल नही होंगी। उन्होंने युवा अधिकारियों से इस अवसर का बेहतर उपयोग करने तथा नीतियों एवं कार्यक्रमों के निर्माण में केंद्र सरकार की भूमिकाओं को समझने को कहा।
उपराष्ट्रपति महोदय ने अधिकारियों से एक अधिक प्रभावी, उत्तरदायी एवं प्रशासन का समावेशी दृष्टिकोण अपनाने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से प्रत्येक योजना को एक ‘सामाजिक मिशन’ के रूप में देखने तथा समर्पण के साथ उन्हें क्रियान्वित करने को कहा।