उ0प्र0 आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में एमबीबीएस स्टूडेन्ट्स द्वारा विश्वविद्यालय के ओपीडी ब्लाक में नुक्कड-नाटक का आयोजन कर ओपीडी में आने वाले मरीजों तथा उनके परिजनों को स्तनपान के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो0 रमाकान्त यादव ने किया। कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष प्रो0 आदेश कुमार, विभाागाध्यक्ष कम्युनिटी मेडिसिन प्रो0 पीके जैन के अलावा फैकेल्टी मेम्बर डा0 आईके शर्मा, ओपीडी प्रभारी डा0 गणेश कुमार वर्मा, कम्युनिटी मेडिसिन विभाग सेे डा0 संदीप गुप्ता, डा0 एसके शुक्ला, डा0 विद्यारानी, डा0 एनपी सिंह, डा0 धीरज श्रीवास्वत, डा0 अनामिका चन्द्रा, डा0 गगनदीप, डा0 रश्मि भुजडे, डा0 सुगन्धी शर्मा , डॉ सोनम कुशवाह, सीनियर एवं जूनियर रेजिडेंटस तथा मेडिकल स्टूडेन्ट्स ने भाग लिया।
डा0 गगनदीप ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है जिसमें स्तनपान हेतु संबधित शहरी स्वास्थ्य प्रशिक्षण केन्द्रों (यूएचटीसी) पर जागरूकता गतिविधियों का आयोजन कर लगभग 25 महिलाओं के साथ एएनएम एवं आशा कार्यकर्ती को स्तनपान तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया गया। स्तनपान सप्ताह के दूसरे दिन डाॅ रश्मि भुजडे के मार्गदर्शन में एमबीबीएस छात्रों के लिए स्तनपान के महत्व पर आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की डा0 सुगन्धी शर्मा ने बताया कि स्तनपान सप्ताह के तीसरे दिन ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केन्द्र (आरएचटीसी) में विभिन्न जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस दौरान माताओं को अपने बच्चों को स्तनपान कराने के फायदों तथा इससे जुडी भ्रान्तियों के बारे जागरूक किया गया। उन्हें बताया गया कि माताओं को स्तनपान कराने से उनके स्वास्थ्य पर भी बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसी क्रम में चैथे एवं पाॅचवें दिन नुक्कड नाटक के माध्यम से आस-पास के गाॅवों में माताओं को स्तनपान कराने के फायदों के बारे में बताया गया।
डा0 सोनम ने बताया कि स्तनपान सप्ताह के छठें दिन जूनियर रेजिडेंट द्वारा गींज गाॅव में स्तनपान पर स्वास्थ्य जागरूकता चर्चा का आयोजन किया गया। इसमें नयी माताओं तथा उनके परिवार के अन्य वरिष्ठ महिला सदस्यों ने भाग लिया। इन सभी को बच्चों के देखभाल एवं सही स्तनपान तकनीक को समझाया गया। कार्यक्रम के अन्त में आडियो-विजुअल माध्यम से स्तनपान कराने वाली माताओं को विस्तार से बताया गया। उन्होंने यह भी बताया कि स्तनपान सप्ताह के सातवें दिन- प्रारम्भिक दौर में उत्र्तीण 15 फाइनलिस्टों के बीच स्तनपान जागरूकता से संबधित प्रश्नोत्तरी का अयोजन एवं विजेता टीम को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।